डर को करीब से देखने का साहस रखते हैं तो भारत की इन 7 'भूतहे' जगहों के बारे में जान लें
By मेघना वर्मा | Published: March 15, 2018 11:48 AM2018-03-15T11:48:38+5:302018-03-15T11:51:27+5:30
सूरज ढलने के बाद इन जगहों पर रुकना किसी खतरे से खाली नहीं है।
अक्सर घूमने का प्लान बनाते समय हम जगह के बारे में, वहां के मौसम, खासियत आदि के बारे में जानकारी ले लेते हैं। ग्रेवल का शौक रखने वाले वैसे भी हर जगह की अच्छी-बुरी सभी बातों को जानने के लिए इच्छुक रहते हैं। लेकिन इन लोगों में एक और बात की होड़ लगी रहती है वह है ट्रेवल करते समय भी जोखिम भरी चीजों की ओर बढ़ना। इसलिए लोग पहाड़ों, सुन्दर वादियों के अलावा भूतिया जगहों को देखने भी पहुंच जाते हैं। तो अगर आपके अन्दर भी डर है लेकिन उस डर से लड़ने का साहस रखते हैं, भूटिया जगहों को पास से महसूस करने सकने की हिम्मत रखते हैं तो आज हम आपको देश की कुछ भूतहा जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन जगहों पर भूत-प्रेत के होने को लेकर हमेशा बात होती रहती है। ये देश की 7 ऐसी जगहें हैं, जहां कहानियों के अनुसार भूतों का निवास है। सीधे तौर पर कहें तो ये ऐसी जगहें हैं जहां जाने से पहले आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
1. भानगढ़ का किला, राजस्थान
भानगढ़ फोर्ट, राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है। यह भारत का टॉप मोस्ट हॉन्टेड प्लेस है। इसे आम बोलचाल की भाषा में भूतो का भानगढ़ भी कहा जाता है। भानगढ़ कि कहानी बड़ी ही रोचक है 16 शताब्दी में भानगढ़ बसता है। यहां कि एक सुन्दर राजकुमारी पर काले जादू में महारथ तांत्रिक सिंधु सेवड़ा आसक्त हो जाता है। वो राजकुमारी को वश में करने लिए काला जादू करता है पर खुद ही उसका शिकार हो कर मर जाता है पर मरने से पहले भानगढ़ को बर्बादी का श्राप दे जाता है। संयोग से उसके एक महीने बाद ही पड़ोसी राज्य अजबगढ़ से लड़ाई में राजकुमारी सहित सारे भानगढ़ वासी मारे जाते है। भानगढ़ वीरान हो जाता है। तब से वीरान हुआ भानगढ़ आज तक वीरान है। कहते है कि उस लड़ाई में मारे गए लोगों के भूत आज भी रात को भानगढ़ के किले में भटकते है। क्योकि तांत्रिक के श्राप के कारण उन सब कि मुक्ति नहीं हो पाई थी। यह जगह अब पुरात्तव विभाग अधीन है और उन्होंने सूर्यास्त के बाद इसे किले में नहीं रुकने की सख्त हिदायत दे रखी है।
2. थ्री किंग्स चर्च, गोवा
वैसे तो गोवा जाने के लिए आज हर युवा परेशान रहता है लेकिन गोवा में भी एक ऐसा चर्च है जिसके भूतों के किस्से बड़े फेमस हैं। गोवा के किंग्स चर्च में तीन पुर्तगाली राजाओ की आत्मा भटकती है। कई बार चर्च में आए लोगों को इनकी मौजूदगी का एहसास भी होता है। यहां के लोगों का कहना है की किसी समय यहां तीन पुर्तगाली राजा हुआ करते थे। इनमें वर्चस्व को लेकर अक्सर लड़ाई होती रहती थी। एक बार होल्गेर नाम के एक राजा ने अन्य दोनों राजाओं को इस चर्च में आमंत्रित किया और धोखे से जहर देकर मार दिया। जनता के आक्रोश को देखकर तीसरे राजा ने आत्महत्या कर ली। तीनों राजाओं के शव को इसी चर्च में दफना दिया गया। इसके बाद से ही इस चर्च में भूतों का निवास माना जाता है।
3. जमाली-कमाली मस्जिद और कब्र, दिल्ली
यह मस्जिद दिल्ली के महरौली में स्थित है। यहां सोलवहीं शताब्दी के सूफी संत जमाली और कमाली की कब्र मौजूद है। इस जगह के बारे में लोगों का विश्वास है कि यहां जिन्न रहते हैं। कई लोगों को इस जगह पर डरावने अनुभव हुए हैं। सूफी संत जमाली लोधी हुकूमत के राज कवि थे। माना जाता है कि जमाली के मकबरे का निर्माण हुमायूं के राज के दौरान पूरा किया गया। मकबरे में दो संगमरमर की कब्र हैं, एक जमाली की और दूसरी कमाली की। जमाली कमाली मस्जिद का निर्माण 1528-29 में किया गया था। यह मस्जिद लाल पत्थर और संगमरमर से बनी है।
4. बृज राज भवन पैलेस, राजस्थान
इस भवन में 1857 के विद्रोह में ब्रिटिश रेजिडेंट मेजर चार्ल्स बुटेन की विद्रोहियों ने हत्या कर दी थी। कहा जाता है तब से मेजर की आत्मा इसी महल में भटक रही है। खुद कोटा की पूर्व महारानी का कहना है कि उन्होंने 1980 में मेजर को हॉल में देखा था जहां कि उसे मारा गया था। उस समय महारानी उस हॉल को अपने ड्राइंग रूम के रूप में काम लेती थी। वर्तमान में यह एक हैरिटेज होटल में तब्दील हो चुका है।
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5. शनिवरवदा फोर्ट, पुणे
पुणे के इस शनिवरवदा फोर्ट को भी देश के कुछ भूतिया जगह में से एक बताया जाता है।कहा जाता है कि इस फोर्ट में 13 साल के एक राजकुमार को क्रूरता से मारा गया था।जिसके बाद उसकी आत्मा उस किले में आज तक भटकी है।कहा जाता है कि देर रात खासकर पूर्णिमा के दिन आज भी इस फोर्ट में छोटे बच्चे की रोने की आवाज सुनाई देती हैं
6. कुलधरा गांव, राजस्थान
राजस्थान का ये गांव पिछले 170 सालों से वीरान पड़ा हैं। बताया जाता है कि ये पालीवाल ब्राहम्णो का गांव था। अपने गाँव की एक लड़की को अय्याश दीवान सालम सिंह से बचाने के लिए, एक ही रात मे इस गांव को खाली कर के यहां के लोग चले गए थे।जाते- जाते श्राप दे गए थे कि फिर इस गांव में कभी कोई नहीं बस पायेगा। तब से ये गांव वीरान पड़ा हैं। टूरिस्ट प्लेस में बदल चुके कुलधरा गांव में घूमने आने वालों के मुताबिक यहां रहने वाले पालीवाल ब्राह्मणों की आहट आज भी सुनाई देती है। बाजार के चहल-पहल की आवाजें आती हैं, महिलाओं के बात करने उनकी चूडिय़ों और पायलों की आवाज हमेशा ही वहां के माहौल को भयावह बनाते हैं। प्रशासन ने इस गांव की सरहद पर एक फाटक बनवा दिया है जिसके पार दिन में तो सैलानी घूमने आते रहते हैं लेकिन रात में इस फाटक को पार करने की कोई हिम्मत नहीं करता हैं। मई 2013 मे दिल्ली से आई भूत प्रेत व आत्माओं पर रिसर्च करने वाली पेरानार्मल सोसायटी की टीम ने कुलधरा गांव में रात बिताई और यहां पर पारलौकिक गतिविधिया रिकॉर्ड की।
7. अग्रसेन की बावड़ी, दिल्ली
अग्रसेन की बावड़ी राजधानी दिल्ली में कनाट प्लेस से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है। महाराजा अग्रसेन ने चौदवहीं शताब्दी में इस बावड़ी का निर्माण करवाया था। इसकी लंबाई 60 मीटर और चौड़ाई 15 मीटर है। इस प्राचीन स्मारक को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का संरक्षण प्राप्त है।
किसी जमाने में यह हमेशा पानी से भरी रहती थी, लेकिन अब यह सूख चुकी है। इसके बारे में प्रचलित है कि इसका काला पानी लोगों को सम्मोहित कर आत्महत्या के लिए उकसाता था। इसके तल तक पहुंचने के लिए 106 सीढियां उतरनी पड़ती हैं।