पटना, कोलकाता तक दौड़ेगी भारत की सबसे तेज ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस', जानें रूट, किराया, टिकट बुकिंग, टाइम टेबल
By उस्मान | Published: May 16, 2019 01:03 PM2019-05-16T13:03:24+5:302019-05-16T13:05:02+5:30
दिल्ली-वाराणसी वाया कानपुर और इलाहाबाद रूट पर दौड़ रही भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' (Vande Bharat Express) अब वाराणसी-कोलकाता वाया पटना मार्ग पर भी शुरू हो सकती है।
दिल्ली-वाराणसी वाया कानपुर और इलाहाबाद रूट पर दौड़ रही भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' (Vande Bharat Express or Train 18) अब वाराणसी-कोलकाता वाया पटना मार्ग पर भी शुरू हो सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार दानापुर रेल मंडल ने वाराणसी से पटना होकर कोलकाता तक वंदे भारत ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड और मंत्रालय को भेजा है। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन अगले साल तक शुरू हो सकती है। जाहिर है दिल्ली से बिहार और कोलकाता जाने वाले यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे का यह सबसे बड़ा तोहफा साबित होगा।
हिन्दुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस को बनाने वाली कंपनी ICF इस ट्रेन के नए रैक बनाने को लेकर तेजी से काम कर रही है। इसी वित्तीय वर्ष में इस ट्रेन के दस नए रैक आ सकते हैं। इन रैक के तैयार होने के साथ रेलवे बोर्ड नए वंदे भारत ट्रेन का रूट तय करने की योजना बना रहा है।
पटना और कोलकाता जाने वाले यात्रियों का बचेगा समय
आपको बता दें कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी पटना से कोलकाता के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की घोषणा की थी।रैक मिलने के बाद शुरुआत में एक ही रैक से अप और डाउन में वाराणसी से कोलकाता के बीच गाड़ी चलेगी। इस ट्रेन से वाराणसी से कोलकाता के बीच की दूरी कम समय में तय होगी। लगभग 130 किमी। प्रति घंटे की रफ्तार से यह ट्रेन चलेगी। साढ़े सात घंटे में यह कोलकाता पहुंच जाएगी।
दिल्ली-मुंबई रूट पर चलेगी दूसरी वंदे भारत
रेलवे बोर्ड फिलहाल दूसरी वंदे भारत को एक्सप्रेस को पटरी पर उतारने की तैयारी में है। खबरों के अनुसार, दूसरी वंदे भारत को इस महीने के आखिरी तक दिल्ली-मुंबई (Delhi-Mumbai) रूट पर उतारा जा सकता है। तीसरी ट्रेन इस साल अक्टूबर या दिसंबर तक जबकि चौथी ट्रेन को अगले साल फरवरी तक शुरू कर दिया जाएगा। लेकिन इनके रूट्स अभी तय नहीं हुए हैं।
नई वंदे भारत एक्सप्रेस की सुविधाएं (Vande Bharat Express facilities)
इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने दूसरी ट्रेन को कुछ खास बदलावों के साथ तैयार किया है। पहली ट्रेन पर पत्थरबाजी को देखते हुए इस बार ट्रेन में मजबूत शीशें लगाये जा रहे हैं। शीशों को पथराव से बचाने के लिए खिड़कियों में विशेष फ्रेम होंगे। इतना ही इसमें पहली ट्रेन की तुलना में बड़ी पेंट्री भी होगी। बड़ी पेंट्री करने के उद्देश्य यह है कि ये ट्रेन लंबी दूरी वाले रूट पर चल सकती है जिससे यात्रियों को दो बार भोजन परोसा जाता है, इसलिए अधिक भंडारण स्थान की आवश्यकता होती है।
पूरी ट्रेनएसी और चेयर कार वाली है, जिसमें 16 कोच होंगे। इनमें से दो एक्जीक्यूटिव चेयर कार और बाकी सामान्य चेयर कार वाले कोच होंगे। ट्रेन का पहला और आखिरी कोच दिव्यांगों के लिए होगा। ट्रेन के चलने से पहले दरवाजे स्वयं बंद हो जाएंगे। पहले कोच से लेकर अंतिम कोच तक जाने के लिए ट्रेन के अंदर दरवाजे लगाए गए हैं। ट्रेन के रुकने के समय कोच के अंदर से सीढ़ियां बाहर निकलेंगी।
दिल्ली-मुंबई रूट पर बचेगा समय
बताया जा रहा है कि ये ट्रेन दिल्ली से मुंबई के बीच का 1358 किलोमीटर का सफर 12 घंटे में तय करेगी। अगर मुंबई राजधानी एक्सप्रेस की बात करें, तो इस सफर को लगभग 16 घंटे में पूरा करती है। इसका मतबल यह हुआ कि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलने के साथ-साथ उनके लगभग चार घंटे की बचत होगी।
इन रूट्स पर भी चल सकती है वंदे भारत
बताया जा रहा है कि भारतीय रेलवे दूसरी ट्रेन को शुरू करने के बाद दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-भोपाल के अलावा चेन्नई-मंगलूर और हैदराबाद-मंगलूर रूट पर भी इस ट्रेन को चलाएगा। इस ट्रेन को अब 500 किलोमीटर या उससे कम दूरी वाले शताब्दी रूटों पर चलाया जाएगा।