स्वतंत्रता दिवस 2018: देश की 7 ऐतिहासिक जगहें जो आजादी के मंजर को आज भी कर देती हैं ताजा

By मेघना वर्मा | Published: August 14, 2018 10:33 AM2018-08-14T10:33:05+5:302018-08-14T10:33:05+5:30

ब्रिटश आर्मी कंमाडर के एक आदेश पर तीन ओर ने बंद बाग को घेर कर सारे निर्दोषों को मार दिया गया।

Independence Day 2018: 7 places crucial to indias independence | स्वतंत्रता दिवस 2018: देश की 7 ऐतिहासिक जगहें जो आजादी के मंजर को आज भी कर देती हैं ताजा

स्वतंत्रता दिवस 2018: देश की 7 ऐतिहासिक जगहें जो आजादी के मंजर को आज भी कर देती हैं ताजा

15 अगस्त का दिन हम सभी के लिए खास है। यही वो दिन है जब देश 200 साल की गुलामी के बाद अंग्रेजों से आजाद हुए थे। 1947 में हमारे देश को ब्रिटिश राज से आजादी मिली थी। देश को आजाद कराने के लिए ना जाने कितने ही अनगिनत लोगों ने अपने प्राणों की कुर्बानी दी थी। लाखों-लाख भारतीयों ने इस धरती को स्वतंत्र कराने के लिए बिना खुद की परवाह किए बिना बस अपना तन-मन वार दिया। स्वतंत्रता की यह यादें सिर्फ लोगों से ही नहीं बल्कि कई ऐसी ऐतिहासिक जगहों से भी जुड़ी है जिन्हें देश की आजादी के सबसे महत्वपूर्ण बताया जाता है। आज हम आपको देश के ऐसे ही 10 ऐतिहासिक जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें देखकर आज भी देशभक्ति की भावना जाग जाती है और आजादी के समय के वो मंजर किसी ना किसी रुप में आंखों के सामने आने लगते हैं। 

1. बैरकपुर, पश्चिम बंगाल

सबसे पहले बात उस जगह की जहां से देश की आजादी की चिंगारी बढ़की थी। जी हां पश्चिम बंगाल का बैरकपुर वही जगह हैं जहां से अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह शुरू हुआ था। 1857 का सबसे प्रसिद्ध विद्रोह, मंगल पांडे ने यही से शुरू किया था। आज भी बैरकपुर में आजादी के निशां देखने को मिलते हैं। 

2. झांसी, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के इस शहर को रानी लक्ष्मी बाई की वजह से भी जाना जाता है। आजादी की इस नायिका ने देश को आजाद कराने की चिंगारी झांसी से ही शुरू की थी। लोगों के अंदर देशभक्ति की भावना भरकर लोगों को अंग्रेजों से भारत छुड़वाने की पहल की थी। अंग्रजों से लड़ते-लड़ते उन्होंने अपने प्राणों की आहुती दे दी। आज भी आप झांसी जाएं तो झांसी महल, रानी महल, झांसी म्यूजियम और गांधी म्यूजियम को देखना ना भूलें। 

3. बम्बई(मुंबई), महाराष्ट्र

जी हां आज फैशन और बॉलीवुड के इस शहर में भले ही लोग बिजी हो गए हो मगर यह वही शहर है जहां से आजादी की चिंगारी भड़की थी। भारत में कांग्रेस का गठन इसी शहर में हुआ था। इस शहर में भी ऐसी बहुत सी जगहें हैं जिन्हें देखकर आज भी देश की आजादी के समय की कुछ बातें ध्यान में आ जाती हैं। 

4. कलकत्ता(कोलकाता), पश्चिम बंगाल

भारत की आजादी में कलकत्ता को सेंटर ऑफ नैशनलिज्म भी कह सकते हैं। यह वही हिस्सा है जहां से देश की आजादी की ज्यादातर योजनाएं बनाई गई हैं। पहली नेशनल एसोसिएशन इसी शहर में गठित की गई थी। आप यहां नेताजी भवन, टाउन हॉल, शाहिद मिनार और भारतीय म्यूजियम घूम सकते हैं। 

5. चंपारन, बिहार

महात्मा गांधी का चंपारन सत्याग्रह भारत की आजादी में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यही वो जगह है जहां गांधी जी ने अंहिसा के साथ देश की आजादी के लिए लोगों को प्रेरित किया था। आप यहां वाल्मिकी नगर, वृंदावन और अशोका पिलर्स घूम सकते हैं। 

6. जलियानंवाला बाग, पंजाब

आजादि की बात हो या ब्रिटिश क्रूरता की तो जलियानंवाला बाग का नाम सबसे पहले आता है। 13 अप्रैल 1919 को हुए जलियानंवाले बाग की बर्बरता में ना जाने कितने ही निहत्थे और निर्दोष लोगों की जाने गईं। ब्रिटश आर्मी कंमाडर के एक आदेश पर तीन ओर ने बंद बाग को घेर कर सारे निर्दोषों को मार दिया गया। आज भी जब बर्बरता की बात होती है तो जलियानंवाला बाग की घटना रोंगटे खड़े कर जाती है। 

7. चौरी-चौरा, उत्तर प्रदेश

चौरी-चौरा जगह आजादी के समय के चौरी-चौरा कांड से फेमस है। इस कांड में पुलिसावालों ने जहां सबसे पहले कुछ निर्दोषों के साथ मारपीट की तो गुस्साई भीड़ ने चौरी-चौरा के दो पुलिस चौकी में आग लगा दी। जिसमें 22 पुलिसवाले जलकर मर गए। 

सिर्फ यही नहीं देश में और भी बहुत सी ऐसी जगहें है जिन्हें देखकर आज भी आजादी की वो यादें याद आती हैं इनमें काकोरी, ड़ाडी और पहले कभी हिन्दुस्तान में रहा लाहौर भी शामिल है। 

Web Title: Independence Day 2018: 7 places crucial to indias independence

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