इन 4 शहरों में रहती है गंगा दशहरा की धूम, आप भी करें माँ गंगा के दर्शन
By मेघना वर्मा | Published: May 24, 2018 10:02 AM2018-05-24T10:02:06+5:302018-05-24T10:02:06+5:30
गंगा दशहरा का सबसे बड़ा आयोजन इलाहाबाद में ही किया जाता है। 7 दिनों तक चलने वाले इस समारोह में संगम घाटों पर पूजा-पाठ के साथ रंगारंग कार्यकम का भी आयोजन किया जाता है।
गंगा को देश की सबसे पवित्र नदी माना जाता है। किसी भी शुभ काम में सबसे पहले मां गंगा को याद किया जाता है। यही कारण है कि हर साल पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल भी ये गंगा दशहरा 24 मई को पड़ रहा है। आज के दिन देश भर से श्रद्धलुओं मां गंगा के दर्शन के लिए जाते है। गंगा घाटों पर आज के दिन भक्तों का रेला सा लगा होता है। आज हम आपको देश के ऐसे ही 4 घाटों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपनी सुन्दरता के साथ गंगा दशहरा के मेले के लिए भी जाने जाते हैं।
1. ऋषिकेश
साल भर पर्यटकों से घिरा रहने वाला ऋषिकेश गंगा दशहरा वाले दिन श्रद्धालुओं से भरा होता है। यहां से निकलने वाली गंगा के दर्शन के लिए देश भर से लोग 2 से 3 दिन पहले यहां ठहर जाते हैं। यहां का पानी बिल्कुल साफ होता है। गंगोत्री से सीधे सबसे पहले गंगा ऋषिकेश में ही पहुंचती है। यहां पर दुनियाभर से लोग घूमने आते हैं। घाटों की सफेद रेत पर ना सिर्फ लोग पूजा करते हैं बल्कि यहां वो अपने मन की शांति को भी पाते हैं। यही कारण है कि गंगा दशहरा के दिन यहां भक्तों और पर्यटकों दोनों का सैलाब होता है।
2. हरिद्वार
पावन नगरी कहे जाने वाले हरिद्वार में वैसे तो साल भर भक्तों का मेला लगा रहता है लेकिन गंगा दशहरा में यहां का रंग ही अलग होता है। हर की पौड़ी में गंगा के दर्शन करने के लिए सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग यहां आते है। हरिद्वार गंगा घाट पर सुबह-शाम होने वाली गंगा आरती देखने के लिए भी लोग दूर-दराज से आते हैं। हरिद्वार में मां गंगा की प्रवाह इतना होता है कि आप इसके प्रवाह से हर-हर की आवाज सुन सकते हैं। गंगा का रंग यहां शुद्ध हरे रंग का होता है। यहां के पक्के घाटों पर बैठकर लोग अक्सर खुद को तलाशने की कोशिश करते हैं।
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3. इलाहाबाद
गंगा-जमुनी तहजीब के लिए जाना जाने वाला ये शहर प्रयाग संगम के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। यही कारण है कि दुनिया भर में जाता है। यहां साल भर लोग तीन नदियों का मिलन देखने को आते हैं। यही कारण भी है कि गंगा दशहरा का सबसे बड़ा आयोजन इलाहाबाद में ही किया जाता है। 7 दिनों तक चलने वाले इस समारोह में संगम घाटों पर पूजा-पाठ के साथ रंगारंग कार्यकम का भी आयोजन किया जाता है। गंगा दशहरा 7 दिनों के भक्ति मेले में सराबोर हो जाता है। गंगा दशहरा के साथ ही हर साल यहां माघ मेले और कुंभ मेले का भव्य आयोजन भी किया जाता है। जिसमें दुनिया भर से लोग श्रद्धा, भक्ति और रोमांच का भाव लिए शामिल होते हैं।
4. वाराणसी
घाटों के लिए जाने जाना वाला अस्सी घाटों का शहर बनारस में भी गंगा दशहरा की धूम दिखती है। इस धार्मिक नगरी में भी साल भर भक्तों का सैलाब रहता है मगर गंगा दशहरा वाले दिन यहां का नजारा देखने लायक होता है। यहां के घाट भक्तों से इतने भर जाते हैं कि प्रशासन को यहां अलग से सुरक्षा की व्यवस्था करनी होती है। घाटों की नगरी होने के साथ यहां बाबा विश्वनाथ की नगरी भी है। 12 ज्योर्तिलिंगों में शामिल होने के साथ इसका हिन्दू मान्यताओं में अपना अलग ही स्थान है। गंगा दशहरा वाले दिन भी लोग गंगा स्नान के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए जाते हैं।