महेंद्र सिंह टिकैत के बेट राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। उत्तर भारत और और खासकर उत्तर प्रदेश में उनका किसानों का संगठन काफी सक्रिय है। हाल के दिनों में वे कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का बड़ा चेहरा रहे हैं और चर्च में बने रहते हैं। Read More
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) वाले ओवैसी के बयान पर टिकैत ने कहा कि ओवैसी और भाजपा के बीच चाचा-भतीजा का संबंध है। उन्हें इस बारे में टीवी पर बात नहीं करनी चाहिए. वह यह बात सीधे कह सकते हैं। ...
पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है.पीएम के इस बायन के बाद किसानों ने 22 नवंबर को लखनऊ में महापंचायत का फैसला किया है. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत लखनऊ के लिए रवाना हो चुके हैं.महापंचायत में किसानों से जुड़े मुद् ...
Why PM Modi repealed farm laws?।Modi Govt के किसानों के आगे झुकने की ये हैं वजह।Rakesh Tikait।Farmer । 2014 में पूर्ण बहुमत हासिल कर देश का भरोसा जीतने के बाद नोटबंदी, अनुच्छेद 370 और पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ताबड़तोड़ निर्णयों से कठोर प्रशासक ...
Why PM Modi repealed farm laws?।Modi Govt के किसानों के आगे झुकने की ये हैं वजह।Rakesh Tikait।Farmer । 2014 में पूर्ण बहुमत हासिल कर देश का भरोसा जीतने के बाद नोटबंदी, अनुच्छेद 370 और पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ताबड़तोड़ निर्णयों से कठोर प्रशासक ...
इस बैठक में किसान आंदोलन की आगे की रणनीतियों पर चर्चा हो सकती है। किसान नेता राकेश टिकैत पीएम के ऐलान के बाद यह पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि आंदोलन तत्काल रूप से बंद नहीं किया जाएगा। ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला लिया और विरोध करनेवाले किसानों से आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने साफ-साफ कह दिया कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं लिया ...
राकेश टिकैत ने कहा- संसद में कृषि कानूनों के रद्द होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा . राकेश टिकैत ने साफ़ कहा है कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा. उन्होंने कहा है कि हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा. ...
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’’ ...