आजादी के 71 साल के बाद भी देश में देश में हिंसा, करप्शन, महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ते अपराध देश की रंगत बदल रहे हैं। आजादी के इतने साल बाद भी पूरे देश में नेगेटिव चीजें ही क्यों? इस आजादी के मौके पर लोकमत न्यूज प्रस्तुत करते हैं 71 साल 71 कहानियां। वैसे तो देश में बहुत सारी कहानियां हैं लेकिन यहां हम 71 पॉजिटिव कहानियों की बात करेंगे जो किसी ना किसी तरह देश में अपना योगदान दे रहे हैं। Read More
''रोटी बैंक एक प्रयोग है, एक साधना है, एक प्रयास है, बढ़ रही सामाजिक गैर जिम्मेदारी को कम करने का। रोटी बैंक संघर्ष है भूख के विरुद्ध, रोटी बैंक एक महायज्ञ है, सेवा का, पुण्य का, धर्म और मानवता का।'' ...
भारत तमाम समस्याओं से जूझ रहा है लेकिन उन सब के बीच कुछ ऐसी कहानियां हैं जो हमें सुकून दे जाती हैं। #KuchhPositiveKarteHain कैंपेन में आज कहानी असम के डीजीपी रहे मुकेश सहाय की जो सेवानिवृत्ति के अगले ही दिन स्कूल पहुंचे। ...
तीन तलाक मामले की याचिकाकर्ता अतिया साबरी कहती हैं, ''सवाल सिर्फ एक अतिया का नहीं है। देश भर में लाखों मुस्लिम महिलाओं का है, जो आय दिन तीन तलाक का जहर पी रही हैं।'' ...
हर ऐरे-गैरे की सेवा की सनक को देखते हुए घर वालों ने पैरों में लोहे की बेड़ियां डाल दीं। इस आसरे में कि बेटा सुधर जाएगा, किसी धंधे में मन लगाएगा, पर अमन तो ठहरा अमन। जो ठान ली सो ठान ली। ...
नकारात्मक सामाजिक संरचनाओं के मानकों को तोड़ लोकमत न्यूज़ हिंदी इस स्वतंत्रता आपके बीच कुछ सकारात्मक बदलावों को लेकर आया है #KuchhPositiveKarteHain 71 साल 71 कहानियां. ...