15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है। यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता है जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। Read More
इस झांकी में स्टार्टअप के जीवन चक्र के चरणों और सरकार की ओर से दिए गए समर्थन का प्रदर्शन किया जाएगा। झांकी में सामने की तरफ एक रचनात्मक मस्तिष्क को दर्शाया गया है जो वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने वाले विचारों से भरा है। ...
विधायक शर्फुद्दीन द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाली एक तस्वीर सामने आने के बाद सूबे में सियासत गर्म है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही उनकी तस्वीर पर अब विधायक ने अजीबो-गरीब सफाई पेश की है. ...
दंगों की शुरुआत पूर्वी बंगाल के नोआखाली जिले से हुई थी और 72 घंटों तक चले इन दंगों में छह हजार से अधिक लोग मारे गए। 20 हजार से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए और एक लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए। ...
बीजिंग में भारतीय दूतावास में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी शामिल हुए। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिसरी ने इंडिया हाउस में तिरंगा फहराया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के राष्ट्र के नाम संबोधन को पढ़ा। ...
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लगातार छठी बार दिए गए उनके भाषण की अवधि 95 मिनट थी। सार्वजनिक पटल पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने सबसे लंबा भाषण 2016 में दिया था जब वह करीब 96 मिनट बोले थे। ...