चंद्रयान-2 ने तस्इवीरें भेजी हैं, इन तस्वीरों में आप साफ़ तौर पर चांद पर मौजूद गड्ढों, लावा ट्यूब, रिलेस (लावा ट्यूब के फट जाने से बाद उस जगह को रिलेस कहा जाता है) देख सकते हैं। ...
7 सितंबर 2019 को चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में 'सॉफ्ट लैंडिंग' के प्रयास के अंतिम क्षणों में लैंडर 'विक्रम' का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया था। जिसकी वजह से 'चंद्रयान-2' का 'सॉफ्ट लैंडिंग' नहीं हो पाया था। ...
श्रीहरिकोटा में प्रक्षेपण स्थल पर कई दिन की बारिश और खराब मौसम के बाद आखिरकार भारत ने इस दिन ‘चंद्रयान-1’ के रूप में अपने पहले मानवरहित चंद्र अभियान को अमली जामा पहनाया। ...
करवाचौथ के दिन जिस वक्त महिलाएं चांद के निकलने का इंतज़ार कर रही थी….लगभग उसी वक्त इसरो के चंद्रयान -2 ने चांद के सतह की पहली चमकदार तस्वीरें दिखाई..चांद की ये तस्वीर उसके उत्तरी हिस्से की है.. ये तस्वीरें चंद्रयान -2 पर लगे पेलोड आईआईआरएस यानि इमेज ...
इसरो ने चंद्रयान टू ऑर्बिटर के हाई रिजोल्यूशन कैमरे से खींची तस्वीरें जारी की है.. चंद्रयान टू के ओएचआरसी यानि ऑर्बिटर हाई रिजोल्यूशन कैमरे ने चांद की सतह की तस्वीरें खींची है..इस तस्वीरों में आप चांद की सतह पर गढ्ढे साफ साफ देख सकते हैं..इतना ही नही ...
इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने कहा, ‘‘अभी यह संभव नहीं है, वहां रात हो रही है। शायद इसके बाद हम इसे शुरू करेंगे। हमारे लैंडिंग स्थल पर भी रात का समय हो रहा है।’’ चंद्रमा पर रात होने का मतलब है कि लैंडर अब अंधेरे में जा चुका है। ...