मुकाबले को तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित करने के आईटीएफ के फैसले से हैरान थे: एआईटीए
By भाषा | Published: November 7, 2019 09:18 PM2019-11-07T21:18:21+5:302019-11-07T21:18:21+5:30
आईटीएफ के मुकाबले को तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित करने का फैसला करने से कुछ घंटों पहले एआईटीए ने भूपति की जगह रोहित राजपाल को नया कप्तान नियुक्त किया था।
नई दिल्ली, सात नवंबर। अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने गुरुवार को कहा कि रोहित राजपाल को चुने जाने पर महेश भूपति को कप्तानी से हटाए जाने को लेकर राष्ट्रीय महासंघ को लेकर गलत धारणा बनाई गई। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) ने अंतिम लम्हों तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिया था कि वे डेविस कप मुकाबले को इस्लामाबाद से स्थानांतरित कर रहे हैं।
आईटीएफ के मुकाबले को तटस्थ स्थान पर स्थानांतरित करने का फैसला करने से कुछ घंटों पहले एआईटीए ने भूपति की जगह रोहित राजपाल को नया कप्तान नियुक्त किया था। भूपति और शीर्ष खिलाड़ियों ने इस मुकाबले के लिए खुद को अनुपलब्ध रखा था। आईटीएफ ने कार्यक्रम में बदलाव करते हुए इस मुकाबले को 29-30 नवंबर को कराने का फैसला किया है। एआईटीए के सीईओ अखुरी विश्वदीप ने संवाददाताओं से कहा कि इस तरह की धारणा बनाई गई कि एआईटीए तानाशाही तरीके से फैसला करता है जो सही नहीं है।
विश्वदीप ने कहा, ‘‘एआईटीए महेश भूपति और अन्य खिलाड़ियों का पूरा सम्मान करता है। अनिश्चितताओं के कारण पिछले कुछ महीने हमारे लिए आसान नहीं रहे। लेकिन एआईटीए प्रबंधन को लेकर ऐसी धारणा बनाई गई जो प्रशंसनीय नहीं है। इसके विपरीत हम बताना चाहते हैं कि एआईटीए खिलाड़ियों और सभी संबंधित हितधारकों का सम्मान करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आयोजन स्थल में बदलाव का फैसला हमारी कूटनीति की जीत है। पिछले तीन महीने में हालांकि आईटीएफ ने कभी ऐसा संकेत नहीं दिया कि वह आयोजन स्थल बदलाने पर सहमत हो जाएगा। ’’ विश्वदीप ने कहा कि भूपति ने तो यह भी सुझाव दिया था कि अगर आईटीएफ स्थल बदलने पर राजी नहीं होगा तो भारत को हारी हुई टीम का स्थान लेना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘15 अक्टूबर को आपात बैठक में हमने फैसला किया कि भारत ना तो मुकाबले से हटेगा और ना ही हारी हुई टीम बनेगा। भारत इस मुकाबले के लिए टीम उतारेगा। भपूति ने स्वयं सात खिलाड़ियों के नाम दिए थे जो पाकिस्तान जाने के इच्छुक थे।’’
विश्वदीप ने कहा, ‘‘भूपति पहले ही सूचित कर चुके थे कि वह पाकिस्तान नहीं जाएंगे क्योंकि उनका परिवार इसके पक्ष में नहीं है। इस्लामाबाद में मुकाबला होने की संभावना को देखते हुए कप्तान पर फैसला करना महत्वपूर्ण था जिसमें इस संवेदनशील मुकाबले को देखते हुए परिपक्वता और धैर्य हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कप्तानी के लिए लिएंडर पेस के नाम पर भी विचार किया गया लेकिन फैसला किया गया कि उन पर दो भूमिका का बोझ नहीं डाला जाएगा। आनंद अमृतराज के नाम पर भी विचार किया गया लेकिन वह लंबा कार्यकाल चाहते थे और उस समय रोहित से पूछा गया कि क्या वह इस काम को कर करते हैं और वह बिना किसी शर्त के राजी हो गए।’’
राजपाल ने कहा कि उन्हें दुख है कि भारतीय टेनिस गलत कारणों से सुर्खियां बना। उन्होंने सीनियर खिलाड़ियों से अपील की कि सार्वजनिक मंचों पर महासंघ की आलोचना करने की जगह बातचीत के लिए आएं। राजपाल ने कहा कि वह इस बारे में बात करने के लिए अधिकृत नहीं हैं कि क्या कप्तान के रूप में भूपति की वापसी हो सकती है लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कहा कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि क्यों नहीं। कप्तान पर फैसला कार्यकारी समिति को करना होता है लेकिन अगर भविष्य में महेश की जरूरत पड़ती है तो उसे टीम के साथ क्यों नहीं होना चाहिए। साथ ही वह खेल का दिग्गज खिलाड़ी होने के कारण अन्य भूमिकाओं में भी योगदान दे सकता है। सारे विकल्प खुले हैं।’’