चचेरे भाइयों ने कंगना रनौत को कर दिया था परेशान, 8 साल की उम्र में घर से भाग जाना चाहती थीं, अंजिल ने पी ली थी फिनायल, जानिए
By अनिल शर्मा | Published: May 2, 2022 12:37 PM2022-05-02T12:37:32+5:302022-05-02T13:02:37+5:30
कंगना रनौत ने बताया कि मेरे चचेरे भाई लड़कियों को घूरने और उनका पीछा करने के लिए दूसरे कॉलेजों के पास खड़े होंगे, लेकिन अगर उनके कॉलेज के लड़के हमारे कॉलेज के पास आए तो हमें पीटा जाएगा
मुंबईः टीवी रिएलिटी शो लॉक अप में कंगना रनौत ने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि वह जब आठ साल की थीं, घर से भाग जाना चाहती थीं। कंगना ने ये बातें शो की प्रतिभागी अंजलि अरोरा के उस खुलासे के बाद किया कि वह स्कूल के दिनों में आत्महत्या करने की कोशिश की थी।
कंगना ने शो में कहा कि यह उत्तर भारत की संस्कृति है। मैं वहां बड़ी हुई हूं तो मुझे इसके बारे में पता है। मेरे चचेरे भाइयों के साथ मेरे बहुत सारे झगड़े थे क्योंकि वे मेरे घर पर आकर रिपोर्ट करते थे कि मैं कहाँ गई और मैंने किससे बात की, कैसा व्यवहार किया, भले ही उनका हमारे परिवार से कोई लेना-देना नहीं था।
कंगना ने कहा कि मेरे चचेरे भाई लड़कियों को घूरने और उनका पीछा करने के लिए दूसरे कॉलेजों के पास खड़े होंगे, लेकिन अगर उनके कॉलेज के लड़के हमारे कॉलेज के पास आए तो हमें पीटा जाएगा। लेकिन यह सोचने के लिए कि आपने जो किया उसके कारण आपके पिता, भाई और माँ अपने तरीके से सही करते हैं। ये गलत है। आपने जो किया वह गलत था। यह निष्क्रिय वर्चस्व है। आप भाग्यशाली हैं कि आप जीवित हैं।" कंगना ने इस दौरान कहा कि मैं आठ साल की उम्र में बैग पैक कर घर से भाग जाना चाहती थी।
इससे पहले अंजलि अरोरा ने बताया कि जब वह ग्यारहवीं में पढ़ती थीं, उस वक्त उनका भाई भी साथ में पढ़ता था। बकौल अंजलि, वह मेरी सुरक्षा को लेकर किसी लड़के से बात नहीं करने देता था। अंजलि कहती हैं कि एक रोज कॉलेज ना जाकर अपने दोस्तों जग पास के एक कैफे चली गई जहां भाई के एक दोस्त ने मुझे देख लिया। और उसने उसे बता दिया।
अंजलि कहती हैं कि मेरा भाई मेरे पास आया और वहीं पर सबके सामने थप्पड़ मारा। मैंने रोना शुरू कर दिया। उससे विनती की कि घर पर ना बताए लेकिन उसने पिता जी को बता दिया जिन्होंने मुझे डांटा और पिटाई भी की। इसके बाद एक कमरे में बंद कर दिया गया।अंजलि आगे कहती हैं इसके बाद मैंने अंदर से दरवाजा बंद कर फिनायल पी लिया। बकौल अंजलि भाई ने दरवाजा तोड़कर मुझे बाहर निकाला।