पत्नी की वजह से मुझे रेलवे स्टेशन पर सोना नहीं पड़ा, बोले पंकज त्रिपाठी- 8 साल कोई नहीं जाना मैं क्या कर रहा हूं
By अनिल शर्मा | Published: October 1, 2021 03:14 PM2021-10-01T15:14:29+5:302021-10-01T15:29:21+5:30
केबीसी के आज रात शुक्रवार के खास एपिसोड में पंकज त्रिपाठी स्कैम 1992 चर्चित अभिनेता प्रतीक गांधी के साध मंच साझा करेंगे।
बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी अपने फिल्मी सफर में एक से बढ़कर एक फिल्में दीं। हालांकि वह गैंग्स ऑफ वासेपुर से पहले 8 सालों तक संघर्ष भी किए। उस दौरान वह छोटी-मोटी भूमिकाएं किया करते थे। केबीसी में उन दिनों को याद करते हुए पंकज ने कहा कि पत्नी की वजह से उन्हें रेलवे स्टेशन पर सोना नहीं पड़ा।
केबीसी के आज रात शुक्रवार के खास एपिसोड में पंकज त्रिपाठी स्कैम 1992 चर्चित अभिनेता प्रतीक गांधी के साध मंच साझा करेंगे। दोनों अभिनेताओं की पत्नियां भी शो में नजर आएंगी। इस दौरान अमिताभ बच्चन ने पंकज त्रिपाठी से पूछा कि आपकी पत्नी का आपके जीवन में किस तरह का सहयोग रहा है?
अमिताभ बच्चन के इस सवाल के जवाब में पंकज ने पत्नी को शुक्रियाअदा किया कि वह नहीं होती तो उन्हें अंधेरी के स्टेशनपर सोना पड़ता। पंकज ने खुलासा किया कि अन्य संघर्षरत अभिनेताओं के विपरीत, वह अपनी पत्नी मृदुला त्रिपाठी की बदौलत अंधेरी स्टेशन पर नहीं सो पाए। उन्होंने कहा कि जब वह काम की तलाश में थे तब उनकी पत्नी ने उनका समर्थन किया।
बकौल पंकज त्रिपाठी- “मैं 2004 में मुंबई आया था और 2012 में गैंग्स ऑफ वासेपुर मिली। तो आठ साल से मैं क्या कर रहा था कोई नहीं जानता ठीक से। तो जब लोग मुझसे पूछते हैं, 'आपके संघर्ष के दिन कैसे थे', तभी मुझे एहसास हुआ कि 'ओह, वे मेरे संघर्ष के दिन थे?'
पंकज त्रिपाठी पत्नी की तारीफ करते हुए आगे कहा कि उस समय मुझे नहीं पता था कि यह एक कठिन दौर था। मुझे कठिनाई का एहसास नहीं था क्योंकि मेरी पत्नी बच्चों को पढ़ाती थी, हमारी जरूरतें सीमित थीं, हम एक छोटे से घर में रहते थे और वह कमाती थी इसलिए मैं आसानी से रहता था। मेरे संघर्ष के दिनों में उनकी वजह से अंधेरी स्टेशन पे सोना नहीं हुआ।