मार्क जकरबर्ग बदलना चाहते हैं फेसबुक का नाम, जानिए क्या है वजह और यूजर्स पर इसका क्या होगा असर
By विनीत कुमार | Published: October 20, 2021 10:05 AM2021-10-20T10:05:03+5:302021-10-20T10:05:03+5:30
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक का नाम आने वाले दिनों में बदला जा सकता है। एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि मार्क जकरबर्ग इस बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
न्यूयॉर्क: सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक का नाम आने वाले दिनों में बदला जा सकता है। इसे लेकर कंपनी में मंथन जारी है। फेसबुक के पास इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप का भी स्वामित्व है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार मार्क जकरबर्ग के नेतृत्व वाला फेसबुक अपना नाम बदलकर कुछ ऐसा करने की योजना बना रहा है जो कंपनी की ओर से आज के दौर में दी जा रही सभी सेवाओं को दर्शाएगा।
दूसरे शब्दों में कहें तो फेसबुक अब अपनी पहचान केवल एक सोशल मीडिया कंपनी के रूप में नहीं जारी रखना चाहता है। ऐसे में नाम में में बदलाव इसका सबसे अच्छा तरीका हो सकता है।
'द वर्ज' (The Verge) की रिपोर्ट में कंपनी में जारी हर हलचल की जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से दावा किया गया है कि फेसबुक के वार्षिक कनेक्ट कॉन्फ्रेंस में नाम बदलने का विषय मार्क जकरबर्ग अपने संबोधन में प्रमुखता से उठा सकते हैं। ये कॉन्फ्रेंस 28 अक्टूबर को होना है। इसके मायने ये भी हो सकते हैं कि अक्टूबर में फेसबुक की रीब्रांडिंग हो सकती है।
नाम बदलने से फेसबुक यूजर्स पर असर नहीं
रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक के लिए एक अलग पहचान इसके यूजर्स को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करेगा क्योंकि फेसबुक के आगे भी बतौर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में जारी रहने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार नाम बदलने का मुख्य उद्येश्य फेसबुक पर लगे केवल सोशल मीडिया लेबल को दूर करना और सभी विवादों से छुटकारा पाने की कोशिश है।
नाम बदलने से फेसबुक ऐप मूल कंपनी के अंतर्गत आ जाएगा जो कंपनी के अन्य सेवाओं जैसे व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और ओकुलस की भी देखरेख करेगा।
साथ ही इन सेवाओं से इतर फेसबुक अब पोर्टल स्मार्ट डिस्प्ले या हाल में रे-बैन के साथ साझेदारी में पेश किए गए एआर ग्लासेस जैसे उपभोक्ता हार्डवेयर के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहा है। जकरबर्ग का मानना है कि एक दिन स्मार्टफोन की तरह एआर ग्लासेस भी आम हो जाएंगे। इसलिए ब्रांड का नाम बदलना उस भविष्य की ओर एक सही कदम है।