मॉब लिंचिंग को मद्देनजर रखते व्हाट्सएप्प पर फर्जी खबर पकड़ने के लिए एप्प बनाने की तैयारी
By भाषा | Published: July 29, 2018 08:17 PM2018-07-29T20:17:30+5:302018-07-29T20:17:30+5:30
व्हाट्सएप्प पर अफवाहों से भीड़ के गुस्से जैसी कई घटनाएं हुई हैं जिसमें महाराष्ट्र के रेनपाडा गांव में बच्चा चोर होने के संदेह में पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हाल में कर्नाटक के बीदर में भीड़ ने तीन लोगों को बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर जख्मी कर दिया।
नई दिल्ली, 29 जुलाई: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप्प पर अफवाहों को खत्म करने और फर्जी खबरों की पहचान करने के लिए महानगर के एक संस्थान के विशेषज्ञों की टीम एक एप्लीकेशन बना रही है जो बताएगी कि कोई संदेश फर्जी है अथवा नहीं।
इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी दिल्ली (आईआईआईटी-डी) के सहायक प्रोफेसर पोन्नुरांगम कुमारगुरु टीम का नेतृत्व कर रहे हैं जो एप्प विकसित कर रही है।
व्हाट्सएप्प पर अफवाहों से भीड़ के गुस्से जैसी कई घटनाएं हुई हैं जिसमें महाराष्ट्र के रेनपाडा गांव में बच्चा चोर होने के संदेह में पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हाल में कर्नाटक के बीदर में भीड़ ने तीन लोगों को बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर जख्मी कर दिया।
प्रोफेसर का मानना है कि वर्तमान परिदृश्य में एप्लीकेशन उपयोगी साबित होगा जब कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिसमें लोग व्हाट्सएप्प पर फैली अफवाह के कारण हुई हिंसा का शिकार बन गए।
उन्होंने कहा, ‘‘हम काफी संख्या में डाटा इकट्ठा कर रहे हैं और लोगों से 9354325700 नंबर पर संदेश फैलाने के लिए कहा है। इस संदेश का विश्लेषण किया जाएगा और इसी मुताबिक हम इस तरह के संदेश पर लगाम लगाने के लिए मॉडल बनाएंगे।’’
विशेष रिपोर्ट और देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट!