भारत में बैन के बाद टिकटॉक की सफाई- चीनी सरकार से भी नहीं साझा किया भारतीय यूजर्स का डेटा
By रजनीश | Published: June 30, 2020 01:41 PM2020-06-30T13:41:21+5:302020-06-30T13:41:21+5:30
सरकार ने इन्फर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के सेक्शन 69 ए के तहत इन चीनी ऐप्स को बैन किया है। सरकार के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से 130 करोड़ भारतीयों की प्राइवेसी और डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं जाहिर की जा रही थीं।
भारत सरकार ने देश में टिकटॉक समेत 59 चाइनीज एप को बैन कर दिया है। सरकार के मुताबिक रक्षा, सुरक्षा और निजता को खतरा बताते हुए ये फैसला लिया गया है। इस फैसले के बाद टिकटॉक इंडिया ने सफाई दी है।
टिकटॉक ने अपनी सफाई में कहा कि किसी भी यूजर की जानकारी दूसरे देश के साथ साझा नहीं की गई है। यहां तक कि चीन को भी टिकटॉक यूजर्स की कोई जानकारी नहीं दी गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने टिकटॉक के हवाले से लिखा है कि सरकार के आदेश का पालन किया जा रहा है, लेकिन उसकी तरफ से किसी भी भारतीय यूजर की जानकारी किसी दूसरे देश को शेयर नहीं की गई है। चीन को नहीं।
सरकार ने 29 जून को टिकटॉक, हेलो सहित 59 एप पर पाबंदी लगाई है। सरकार के इस फैसले को लद्दाख में तनाव के बीच चीन को जवाब के तौर पर देखा जा रहा है।
टिकटॉक का कहना है कि सरकार की तरफ से उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था। टिकटॉक के इंडिया हेड निखिल गांधी का कहना है कि ''भारत सरकार ने 59 एप ब्लॉक करने का अंतरिम आदेश दिया है, जिसमें टिकटॉक भी शामिल है, हम इस आदेश का पालन करने की प्रक्रिया में हैं।
निखिल ने कहा कि हमें सरकार के संबंधित विभागों की तरफ से बुलाया गया था और सफाई देने का मौका दिया गया था।'' निखिल ने ये भी कहा कि हम यूजर्स की प्राइवेसी को सबसे ऊपर रखते हैं।
केंद्र सरकार ने 29 जून को अपने फैसले की जानकारी देते कि इन एप्स को इस्तेमाल करने वाले यूजर्स का डेटा भारत से बाहर दूसरे देशों से साझा किया जा रहा है।