ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को हटाया गया, जानें क्या है आखिर वजह
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 13, 2021 06:03 PM2021-08-13T18:03:55+5:302021-08-13T18:06:17+5:30
कांग्रेस का कहना है कि उसके संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, महासचिव अजय माकन, जितेंद्र सिंह, सांसद मणिकम टैगोर, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव, प्रवक्ता पवन खेड़ा और कई अन्य नेताओं के ट्विटर अकाउंट लॉक किये गए थे।
नई दिल्लीः सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर इंडिया के प्रबंध निदेशक मनीष माहेश्वरी को पद से हटा दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक माहेश्वरी अब एक नई भूमिका में अमेरिका जाएंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मनीष माहेश्वरी को अब सोशल मीडिया दिग्गज के राजस्व रणनीति और संचालन विभाग में वरिष्ठ निदेशक के रूप में जिम्मेदारी दी गई है। माहेश्वरी जून में सीआरपीसी की धारा 41-ए के तहत गाजियाबाद पुलिस द्वारा तलब किए जाने के बाद से चर्चा में थे। तब उन्होंने कर्नाटक उच्च न्यायालय का रुख किया था, क्योंकि वह बेंगलुरु में रहते हैं।
24 जून को उच्च न्यायालय ने एक अंतरिम आदेश में, गाजियाबाद पुलिस को उसके खिलाफ कोई भी दंडात्मक कार्रवाई शुरू करने से रोक दिया था। आपको बता दें कि पिछले साल , तरनजीत सिंह ने ट्विटर इंडिया के कंट्री निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद इस पद की अंतरिम जिम्मेदारी बालाजी कृष को दी गई थी। माहेश्वरी ने 29 अप्रैल से नई जिम्मेदारी संभाली थी। माहेश्वरी नेटवर्क 18 से पहले फ्लिपकार्ट , टेक्सटवेब , इनट्यूट , मैकिन्से और पीएंडजी के साथ काम कर चुके हैं।
भारत की राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला कर रहा है ट्विटर : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना ट्विटर अकाउंट बंद (लॉक) किये जाने को लेकर खड़े हुए विवाद की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को इस माइक्रोब्लॉगिंग मंच पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि यह अमेरिकी कंपनी भारत की राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रही है तथा लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला कर रही है। उन्होंने यह दावा भी किया कि ट्विटर पक्षपातपूर्ण है और वह सरकार के कहे मुताबिक काम कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि ट्विटर ने राहुल गांधी, कांग्रेस और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के ट्विटर अकाउंट बंद कर दिये हैं। कुछ दिनों पहले ही दिल्ली में कथित दुष्कर्म एवं हत्या की पीड़िता नौ वर्षीय बच्ची के माता-पिता से मुलाकात की तस्वीर साझा करने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का ट्विटर अकाउंट बंद किया गया था।
दूसरी तरफ, ट्विटर ने कहा है कि उसने ये कदम नियमों के तहत उठाए हैं। राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा, ‘‘मेरा ट्विटर अकाउंट बंद करके वे हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं। एक कंपनी हमारी राजनीति का दायरा तय करने के लिए अपने कारोबार का उपयोग कर रही है। एक नेता के तौर पर मैं इसे पसंद नहीं करता।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘यह हमारे देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला है। यह राहुल गांधी पर हमला नहीं है। सिर्फ यह नहीं है कि राहुल गांधी का अकाउंट बंद कर दिया गया। मेरे पास 1.9 करोड़ से दो करोड़ के बीच फॉलोवर हैं। आप उन्हें अपने विचार रखने के अधिकार से वंचित कर रहे हैं। आप यही कर रहे हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह सिर्फ अनुचित ही नहीं, बल्कि उस विचार की अह्वेलना है कि ट्विटर एक तटस्थ मंच है। यह निवेशकों के लिए बहुत खतरनाक है क्योंकि राजनीतिक मुकाबले में किसी एक का पक्ष लेने पर ट्विटर के लिए प्रतिक्रिया भी होंगी।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह दावा भी किया, ‘‘हमारे लोकतंत्र पर हमला किया गया है। हम संसद के अंदर बोल नहीं सकते। मीडिया नियंत्रित है। मैंने सोचा था कि यह उम्मीद एक रोशनी है जहां हम ट्विटर पर अपने विचार रख सकते थे। लेकिन यह बात नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब यह स्पष्ट है कि ट्विटर तटस्थ एवं उद्देश्यात्मक मंच नहीं है। यह पक्षपातपूर्ण मंच है। यह वही सुनता है, जो सरकार कहती है।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि ट्विटर, भारत में भाजपा सरकार द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटने में उसका साथ दे रहा है। ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के नियम सभी लोगों के लिए विवेकपूर्ण और निष्पक्ष रूप से लागू होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने कई ऐसे ट्वीट को लेकर अतिसक्रिय कदम उठाए हैं जिनमें नियमों का उल्लंघन करने वाली तस्वीर पोस्ट की गई थी। आगे भी ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं। कुछ सूचनाओं में दूसरों के मुकाबले अधिक जोखिम होता है और हमारा लक्ष्य व्यक्तियों की निजता और सुरक्षा की हमेशा रक्षा करने का होता है।’