ट्विटर इंजीनियर ने कहा, 'ट्विटर फ्री स्पीच में विश्वास नहीं करता, कर्मचारी एलन मस्क से नफरत करते हैं'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 17, 2022 03:03 PM2022-05-17T15:03:57+5:302022-05-17T15:10:58+5:30
ट्विटर के सीनियर इंजीनियर वर्णित सिरू मुरुगेसन ने गुप्त बातचीत में कहा कि ट्विटर का सेंसर दंक्षिणपंथी विचारधार पर कड़ाई से नजर रखता है लेकिन वामपंथी पोस्ट के लिए कंपनी का सेंसर लचर है।
लंदन: सोशल प्लेटफॉर्म ट्विटर फ्री स्पीच में यकीन नहीं रखता है। कंपनी के कर्मचारी नये मालिक एलन मस्क से नफरत करते हैं और ट्विटर लेफ्ट पूर्वाग्रह से पीड़ित है। जी हां, ये बात स्वयं ट्विटर के एक कर्मचारी ने लंदन के अखबार मेल ऑनलाइन के साथ गुप्त बातचीत में कही है। जिसे मेल ऑनलाइन से सार्वजनिक किया है।
ट्विटर के सीनियर इंजीनियर वर्णित सिरू मुरुगेसन ने गुप्त बातचीत में कहा कि ट्विटर का सेंसर दंक्षिणपंथी विचारधार पर कड़ाई से नजर रखता है लेकिन वामपंथी पोस्ट के लिए कंपनी का सेंसर काम नहीं करता है। इसके साथ ही गुप्त बातचीत की रिकॉर्डिंग में इंजीनियर वर्णित सिरू मुरुगेसन ने ट्विटर में काम करने वाले कर्मचारी एलन मस्क से 'नफरत' करते हैं।
उन्होंने कहा कि कई कर्मचारी एलन मस्क द्वारा ट्वविटर के अधिग्रहण से बेहद नाराज थे और वे इसके खिलाफ विद्रोह भी कर सकते थे। मुरुगेसन ने कहा कि ट्विटर लाभ की चिंता किये बिना लेफ्ट विचारधारा से संचालित होता था। इसके साथ ही अंडरकवर ऑपरेशन में उन्होंने कहा कि ट्विटर दक्षिणपंथियों के खिलाफ 'पूर्वाग्रह' रखता था और ट्विटर कभी भी फ्री स्पीच में भरोसा नहीं रखता है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ट्विटर अपने मजबूत वामपंथी पूर्वाग्रहों के कारण नियमित रूप से दक्षिणपंथियों को सेंसर करता हैं। ट्विट के मौजूद मालिक के बारे में बात करते हुए सिरु मुरुगेसन ने कहा कि कंपनी के कर्मचारी एलोन मस्क के 44 बिलियन डॉलर के अधिग्रहण से 'नफरत, नफरत, नफरत' करते हैं।
लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, 'कम से कम मैं उस तरह का नहीं हूं लेकिन मेरे कुछ साथी सुपर लेफ्ट, लेफ्ट, लेफ्ट, लेफ्ट, लेफ्ट हैं।
इंजीनियर वर्णित सिरू मुरुगेसन ने कहा कि जब वो ट्विटर का हिस्सा बने तो कंपनी कार्यप्रणाली के कारण उन्हें भी वामपंथी विचारधारा को अपनाना पड़ा।
इंजीनियर वर्णित सिरू मुरुगेसन ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब एलन मस्क ने कंपनी को खरीद लिया है और कर्मचारियों में डर है कि वे बेहद तेज धार का सामना करने वाले हैं क्योंकि टेस्ला के अरबपति मालिक के ट्विटर को टेकओवर करते ही कुछ ऐसे मैटर को सेंसर करने से रोक दिया था, जिनपर कंपनी के कर्मचारियों को आपत्ति थी।
मस्क ने ट्विटर यूजर्स के लिए प्लेफॉर्म को और सुरक्षित तरीके से और बिना किसीा सेंसर के अपनी बात कहने की आजादी के लिए इसे और सिक्योर बनाने के साथ 'स्पैम बॉट्स को हटाने की बात कही थी।
मुरुगेसन से यह पूछे जाने पर कि मस्क द्वारा ट्विटर को खरीद लिये जाने की खबर पर कर्मचारियों की कैसी प्रतिक्रिया थी। जिसके जवाब में मुरुगेसन ने कहा, 'कर्मचारियों का ऐसा भयानक रिएक्शन था कि वो कह रहेथे कि अगर ऐसा होता है तो कंपनी में मेरा वो आखिरी दिन होगा।'
मुरुगेसन ने कहा कि ट्विटर में काम माहौल इतना लेफ्ट से प्रभावित था कि उन्होंने वहां पर ढलने के लिए बाकायदा अपने विचारों में बड़ा बदलाव किया और कंपनी के हिसाब से काम करने की आदत डाल ली।
मुरुगेसन ने कहा कि दक्षिणपंथियों को तो ट्विटर में खुलेआम सेंसर किया गया था। उन्होंने कहा कि इसका वैचारिक रूप से कोई मतलब नहीं था, क्योंकि हम वास्तव में राइट विंग को सेंसर कर रहे थे न कि लेफ्ट को।
मालूम हो कि एलन मस्क ने खुद ट्विटर के लेफ्ट पूर्वाग्रह के बारे में काफी शिकायतें सुनी हैं। जैसे कि ट्विटर द्वारा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और स्टीव बैनन जैसे बड़ी दक्षिणपंथी हस्तियों के ट्वीट को प्रतिबंधित किया गया, जबकि दूसरी तरफ लेफ्ट समर्थित उग्रवादियों के साथ इस तरह की कोई बात नहीं हुई।
मुरुगेसन ने कहा कि 25 अप्रैल को मस्क द्वारा ट्विटर के अधिग्रहण से कंपनी में बहुत कुछ बदल गया है। उन्होंने कहा कि बहुत से कर्मचारी अपनी नौकरी के लिए चिंतित थे। मुरुगेसन ने वीडियो रिकॉर्ड कर रहे पत्रकार से सवाल किया कि क्या आप जानते हैं कि हमारी नौकरियां दांव पर हैं। वह (एलोन मस्क) एक पूंजीवादी है और हम वास्तव में पूंजीवादी के रूप में काम नहीं कर रहे थे, कंपनी का काम बहुत ही समाजवादी था।
मुरुगेसन ने कहा कि कई कर्मचारियों ने तो खुले तौर पर एलन मस्क द्वारा किये जा रहे ट्विटर के अधिग्रहण को विफल करने की कोशिश की क्योंकि मस्क ने ट्रम्प जैसे लोगों के ट्विटर को फिर से बहाल करने की बात कही थी।