Meta ने सात कंपनियों को किया बैन; फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टा यूजर्स को Alert कर बताया हो रही है जासूसी
By आजाद खान | Published: December 17, 2021 02:40 PM2021-12-17T14:40:25+5:302021-12-17T14:48:35+5:30
मेटा ने दुनिया के 7 ऐसे फर्म्स पर उसके प्लेफार्म को इस्तेमाल करके लोगों पर निगरानी या जासूसी करने का आरोप लगाया है।
टेक्नो:फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने शुक्रवार को कहा है कि वह ऑनलाइन गतिविधियों की जासूसी करने वाली सात ऐसे फर्म्स को बैन कर दिया है जिनपर जासूसी और हैकिंग करने के आरोप हैं। मेटा ने इस पर बयान जारी कर यह बताया है कि यह फर्म्स दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से काम करती थी और इनमे से एक भारत की कंपनी है। कंपनी ने यह भी दावा किया कि ये फर्म्स अपने ग्राहकों के लिए नेताओं, चुनाव अधिकारियों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और मशहूर हस्तियों को निशाना बना रही थीं। उसका यह भी कहना है कि यह फर्म्स करीब ऐसे 100 देशों में अपने इस काम को अंजाम दे रही थी।
क्या करती थी ये कंपनियां
मेटा ने इन फर्म्स पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये फर्म्स अपने ग्राहकों से शुल्क लेकर निगरानी या जासूसी जैसी सेवाएं (सर्विलेंस-फॉर-हायर) उन्हें देती थी। कंपनी ने यह भी दावा किया कि ये फर्म्स इंटरनेट पर लोगों को खुफिया जानकारिओं को जुटाने, तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने और उनके उपकरणों एवं खातों में सेंध लगाने जैसी काम करती थी। मेटा ने अपनी जांच में इस फर्म्स को दोषी पाया है और इन पर कार्वाई करते हुए इन्हें बैन किया है। फेसबुक ने अपने जांच में यह भी पाया कि ये कंपनियां चीन, इजराइल, भारत और उत्तरी मैसेडोनिया में स्थित हैं।
मेटा ने 50,000 लोगों को भेजी चेतावनी
फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने अपने 50,000 यूजर को चेतावनी भेजते हुए उन्हें अलर्ट रहने की बात कही है। कंपनी को डर है कि इन फर्म्स द्वारा चुराई गई जानकारियों से उनके यूजर को भारी नुकसान हो सकता है इसलिए फेसबुक ने यूजर को चेतावनी जारी कर सचेत किया है। बता दें कि फेसबुक ने अपने जांच में इन फर्म्स को दोषी पाया है। उसके अनुसार, जिन सात फर्म्स को फेसबुक ने दोषी पाया है उन में भारत की बेलट्रॉक्स, उत्तर मैसेडोनिया की साइट्रोक्स, कोबवेब्स टेक्नोलॉजीज, कॉगनिट, ब्लैक क्यूब एवं इजराइल के ब्लूहॉक सीआई तथा चीन की एक अज्ञात फर्म शामिल हैं।