एक के बाद एक बड़े खुलासे, जेफ बेजोस के दुनिया के सबसे महंगे तलाक के पीछे भी सऊदी क्राउन प्रिंस के हाथ होने का दावा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 24, 2020 04:52 PM2020-01-24T16:52:42+5:302020-01-24T16:52:42+5:30
सउदी के क्राउन प्रिंस और बेजोस के बीच 4 अप्रैल 2018 को मुलाकात हुई थी। वहीं दोनों ने एक-दूसरे का मोबाइल नंबर शेयर किया। इसके बाद बेजोस को क्राउन प्रिंस का वॉट्सऐप वीडियो मेसेज मिला। माना जा रहा है कि उसी विडियो लिंक में एक मालवेयर था जिससे बेजोस का फोन हैक हो गया।
अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस के फोन हैक का खुलासा होने के बाद से सनसनीखेज जानकारियां सामने आ रही हैं। अब इस बात को भी बल दिया जाने लगा है कि बेजॉस की उनकी पत्नी से दुनिया के सबसे महंगे तलाक के पीछे भी तो कहीं सऊदी क्राउन प्रिंस का ही हाथ तो नहीं था। द गार्जियन की खबर के मुताबिक दावा किया गया कि अमेजन के मालिक का फोन हैक करने के पीछे सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान थे।
इसी बीच बेजोस ने अक्टूबर 2019 की एक फोटो ट्वीट की है जिसमें वो पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या की बरसी पर हुई एक श्रद्धांजलि सभा में शामिल नजर आ रहे हैं। बेजोस के फोन हैकिंग में सऊदी प्रिंस का हाथ होने की खबरें आने के बाद इस ट्वीट को उनकी प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है।
#Jamalpic.twitter.com/8ej1rUBXVb
— Jeff Bezos (@JeffBezos) January 22, 2020
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बेजोस का फोन हैक करने के बाद उनकी कुछ निजी जानकारियों को अमेरिकी टैबलॉयड नैशनल इंक्वॉयरर को भेजी गईं। इस अखबार ने बेजॉस और उनकी गर्लफ्रेंड लॉरेंस सॉन्चेज के प्राइवेट मेसेज लीक किए। अखबार ने खबर छापा था कि जेफ बेजोस का टीवी एंकर रहीं लॉरेन सॉन्चेज से विवाहेत्तर संबंध यानी एक्ट्रामैरिटल अफेयर चल रहा है। अखबार के मुताबिक उसकी इस खबर का स्रोत एमेजॉन के मुखिया द्वारा फोन से भेजे गए अंतरंग संदेश थे।
इसके बाद जेफ बेजोस ने एक ब्लॉग पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि द नेशनल इंक्वायरर ने उनसे सार्वजनिक रूप से यह कहने के लिए कहा है कि इस खबर के पीछे कोई राजनीतिक या फिर बाहरी कारण नहीं है। बेजोस के मुताबिक ऐसा न करने पर उनके और भी अंतरंग फोटो और संदेश छापने की धमकी दी गई थी। इससे एक महीने पहले ही जेफ और उनकी पत्नी मैकेंजी बेजोस ने ऐलान किया था कि वे अपने 25 साल के रिश्ते को तोड़ रहे हैं।
बाद में जेफ बेजोस के सुरक्षा सलाहकार जीडी बेकर ने कहा था कि टेबलॉयड के यह खबर छापने से पहले सऊदी सरकार ने अमेजॉन के मुखिया का फोन हैक किया था। उन्होंने अपने इस दावे के पीछे कई विशेषज्ञों से बातचीत और द नेशनल इंक्वायरर के साथ सऊदी सरकार के कारोबारी रिश्तों का हवाला दिया था।
बेजोस ने अपनी पत्नी से दुनिया का सबसे महंगा तलाक लिया। ये तलाक 2.75 लाख करोड़ में हुआ था। एक्सपर्ट्स बेजोस का तलाक होने और प्राइवेट मेसेज लीक होने के मामलों में समानता देख रहे हैं। माना जा रहा है कि बेजोस और सॉन्चेज के बीच के अंतरंग मैसेज बेजोस की पत्नी को भी भेजे गए हों। और हो सकता है यही कारण तलाक का मुख्य आधार बने हों।
बेजोस-क्राउन प्रिंस की मुलाकात
सउदी के क्राउन प्रिंस और बेजोस के बीच 4 अप्रैल 2018 को मुलाकात हुई थी। वहीं दोनों ने एक-दूसरे का मोबाइल नंबर शेयर किया। इसके बाद बेजोस को क्राउन प्रिंस का वॉट्सऐप वीडियो मेसेज मिला। माना जा रहा है कि उसी विडियो लिंक में एक मालवेयर था जिससे बेजोस का फोन हैक हो गया। इसी बाद से कई बड़ी घटनाएं हुईं। पांच महीने बाद 2 अक्टूबर 2018 को सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कर दी गई। खशोगी बेजोस के अखबार वॉशिंगटन पोस्ट से जुड़े थे। नवंबर 2018 में प्रिंस ने बेजोस को वॉट्सऐप मैसेज किया था, जिसमें मीम्स से संकेत देने की कोशिश की थी कि सब कुछ उनका ही किया धरा है।
बाद में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान ने कहा था, मैं पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं क्योंकि यह मेरी निगरानी में हुआ। अमेरिका में रह रहे पत्रकार और लेखक खगोशी की हत्या के बाद प्रिंस पर काफी अंतरराष्ट्रीय दबाव था।
इटली की फर्म पर हैकिंग का शक
बेजॉस के फोन में हैकिंग का पता लगाने वाली एफटीआई कंसल्टिंग की रिपोर्ट में अंदेशा जताया गया है कि इस तरह की हैकिंग दो ही समूह कर सकते हैं। इनमें से एक इटली के मिलान से जुड़ा हैकिंग ग्रुप है, जिसमें क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के करीबी की 20% हिस्सेदारी है। एफटीआई ने स्क्रीनशॉट भी जारी किया है।
बेजोस के फोन हैक मामले में पेगासस स्पाइवेयर पर भी शक जाहिर किया जा रहा है। पेगासस स्पाइवेयर उसी इजरायली कंपनी 'एनएसओ' का तैयार किया हुआ है जिसके जरिए बीते साल भारत में भी लोगों का वॉट्सऐप डेटा चुराने की बात सामने आई है। इस मामले में करीब दो दर्जन से अधिक अकादमिक जगत के लोगों, वकीलों, दलित ऐक्टिविस्ट्स और पत्रकारों के फोन शामिल हैं।