गूगल ने प्ले स्टोर से हटाया 'मित्रों' एप, किया जा रहा था टिकटॉक को टक्कर देने का दावा
By रजनीश | Published: June 2, 2020 02:44 PM2020-06-02T14:44:46+5:302020-06-02T14:44:46+5:30
कुछ दिनों पहले 'मित्रों' नाम का एक एप काफी ज्यादा चर्चा में आया था। इस एप को देशी 'टिकटॉक' कहा जा रहा था। इसके जरिए चाइनीज एप टिकटॉक को टक्कर देने की बात की जा रही थी...
गूगल प्ले स्टोर ने अपने प्लेटफॉर्म से मित्रों (Mitron) एप को हटा दिया है। इस एप को टिकटॉक के जवाब के तौर पर लॉन्च किया गया था।
मित्रों एप भी टिकटॉक की तरह ही शॉर्ट वीडियो बनाने वाला एप था। पीएम मोदी के वोकल फॉर लोकल के बाद मित्रों एप को लोगों ने महीने भर के भीतर ही काफी ज्यादा डाउनलोड होने वाला एप बना दिया था। इस एप को 50 लाख लोग डाउनलोड कर चुके थे।
इस एप के बारे में बताया गया था कि इसे आईआईटी रुड़की के शिवांक अग्रवाल नाम के छात्र ने बनाया था। लेकिन सीएनबीसी टीवी 18 के मुताबिक उनकी जांच में यह दावा सही नहीं निकला। उन्होंने बताया कि इस नाम के किसी भी शख्स की डिजिटल प्रेजेंस उन्हें नहीं दिखी।
न्यूज 18 की रिपोर्ट की मानें तो मित्रों एप पाकिस्तानी सॉफ्टवेयर डेवलपर कंपनी क्यूबॉक्सअस (Qboxus) से खरीदा गया है।
फिलहाल गूगल ने इस एप को यह कहते हुए हटा दिया है कि यह गूगल के स्पैम और मिनिमम फंक्शनैलिटी पॉलिसी का उल्लंघन करने वाला एप है।
इस पर सीएनबीसी टीवी 18 की इन्वेस्टिगेशेन में कहा गया है कि इस एप को डाउनलोड करने वाले 50 लाख लोगों को अपनी प्राइवेसी को लेकर चिंतित होना चाहिए।
कहा यह भी जा रहा है कि 30 मई को 12 बजे तक इस एप को लेकर कोई प्राइवेसी पॉलिसी (गोपनीयता नीति) नहीं थी उसके कुछ ही घंटों बाद यह नियम बदल गया। जिसमें एप्लिकेशन में कैलिफोर्निया कंज्यूमर प्राइवेसी एक्ट (CCPA) के गोपनीयता अधिकार के तहत एक गोपनीयता नीति जो़ड़ दी गई।
फिलहाल यह एप गूगल के प्ले स्टोर से डिलीट किया जा चुका है लेकिन इस को बनाने वाले को गूगल से अपील करना चाहिए यदि वह इसके बेसिक पॉलिसी स्टैंडर्ड का पालन करता है। अन्यथा इस एप को जिन लोगों ने डाउनलोड किया है उनको अपने डेटा को लेकर जागरूक रहने की जरूरत है।