मेमोरी कार्ड खरीदते समय लोगों के साथ हो जाता है धोखा, इस ट्रिक से आप भी बन जाएंगे असली-नकली की पहचान करने में मास्टर
By रजनीश | Published: June 23, 2020 06:08 PM2020-06-23T18:08:18+5:302020-06-23T18:08:18+5:30
मेमोरी कार्ड की जरूरत कई लोगों को पड़ती है। लेकिन सही जानकारी न होने के कारण ऑरिजनल पैकिंग जैसी दिखने वाली पैकेजिंग बॉक्स में लोगों को नकली मेमोरी कार्ड पकड़ा दिया जाता है।
स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां आजकल कम से कम 32 स्टोरेज तो देती ही हैं। इसके बाद भी कंपनियां ज्यादा स्टोरेज के लिए एक्सटर्नल स्टोरेज के लिए डेडीकेटेड मेमोरी कार्ड स्लॉट देती हैं। जिसके जरिए यूजर्स स्टोरेज क्षमता को 256 जीबी तक बढ़ा सकते हैं। मेमोरी कार्ड के डिमांड के चलते बाजार में नकली कार्ड भी मिलते हैं लेकिन इनकी पहचान कर पाना मुश्किल होता है।
कई बार यूजर्स गलती से नकली मेमोरी कार्ड खरीद लाते हैं। ऐसे नकली कार्ड एक बार फॉरर्मेट करने के बाद पूरी तरह से बर्बाद हो जाते हैं। ऐसे में नकली मेमोरी कार्ड की पहचान कैसे की जाए ये थोड़ा मुश्किल काम है। तो हम आपको बता रहे हैं असली-नकली कार्ड की पहचान करने का आसान तरीका..
इसके लिए आपको सबसे पहले अपने स्मार्टफोन पर गूगल प्ले स्टोर से एसएसडी इनसाइट नाम का एप डाउनलोड करना होगा। एप डाउनलोड करने के बाद इसे ओपन करें और फोन में मेमोरी कार्ड लगाइए।
इसके बाद आपको स्क्रीन पर कार्ड बनाने वाली कंपनी का नाम, कार्ड की स्टोरेज क्षमता और कार्ड बनाए जाने की तारीख से जुड़ी जानकारी फोन की स्क्रीन पर दिख जाएगी। इसके बाद कार्ड के पैकेट पर लिखी जानकारी को उससे मिलाइए। अगर दोनों सही है तो आपके कार्ड के ऑरिजनल होने की संभावना है। वहीं यदि आपको स्क्रीन पर "एससडी कार्ड इज इनवैलिड" लिखा दिखता है तो समझिए कि कार्ड में कुछ खराबी है।
मेमोरी कार्ड को आप एक बार फॉर्मेट करके दोबारा चेक कर सकते हैं। यदि स्क्रीन पर "ओरिजिन इज अननोन" लिखा आता है तो यह कार्ड नकली कंपनी का और नकली हो सकता है।
कई बार ऑरिजनल कंपनी के नाम से मिलते-जुलते पैकिंग में भी नकली मेमोरी कार्ड बेचे जाते हैं। ऐसे में आपसे धोखा भी हो सकता है। ऐसे में आप कार्ड खरीदते समय दुकानदार से ये बात भी कर सकते है कि आपको असली-नकली मेमोरी कार्ड चेक करने का तरीका पता है। ऐसे में यदि मेमोरी कार्ड नकली निकला तो वापस करना होगा।