इंडिया ट्रैफिक इंडेक्स 2021 रिपोर्ट में खुलासाः स्मार्टफोन पर प्रतिदिन लगभग 5 घंटे खर्च करते हैं भारतीय, देखें आंकड़ा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 13, 2021 05:11 PM2021-02-13T17:11:22+5:302021-02-13T17:12:54+5:30
भारतीयों ने स्मार्टफोन पर प्रतिदिन लगभग 5 घंटे खर्च किए जो कि वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है। रपट के अनुसार भारत में वर्ष 2020 में डेटा ट्रैफिक में 4जी का करीब 99 प्रतिशत योगदान था।
नई दिल्लीः मोबाइल ब्राडबैंड उपयोग पर नोकिया की एक ताजा रपट के अनुसार भारत में लोग अन्य देशों की तुलना में समार्ट फोन पर औसतन ज्यादा समय बिताते हैं।
रपट के अनुसार भारत में स्मार्ट फोन पर छोटे वीडियो देखने पर व्यतीत किया जा रहा औसत समय2025 तक चार गुना हो जाएगा। नोकिया की मोबाइल ब्राडबैंड इंडिया ट्रैफिक इंडेक्स (एमबिट) 2021 रिपोर्ट जारी की गयी। इसके अनुसार भारतीयों ने स्मार्टफोन पर प्रतिदिन लगभग 5 घंटे खर्च किए।
ट्रैफिक में 4जी का करीब 99 प्रतिशत योगदान थाः भारतीयों ने स्मार्टफोन पर प्रतिदिन लगभग 5 घंटे खर्च किए जो कि वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है। रपट के अनुसार भारत में वर्ष 2020 में डेटा ट्रैफिक में 4जी का करीब 99 प्रतिशत योगदान था। रपट के अनुसार भारत में 5 वर्ष में डेटा ट्रैफिक में लगभग 60 गुना वृद्धि हुई है। डेटा उपभोग में भारत परिपक्व बाज़ारों में शामिल है और यहां प्रति माह प्रति उपभोक्ता मोबाइल डेटा उपयोग 13.5 जीबी से अधिक हो रहा है। रपट के अनुसार मोबाइल पर ब्राडबैंड के सबसे अधिक इस्तेमाल के मामले में फिनलैंड के बाद दूसरा स्थान भारत का है।
साल दर साल 76 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा हैः नोकिया के मुख्य विपणन अधिकारी अमित मर्वाहा ने रपट जारी करते हुए कहा, ‘‘पिछले पांच वर्ष में भारत में डाटा उपभोग में 63 गुना वृद्धि हुई है। यह एक बड़ी बात है, एक रिकार्ड है। मुझे नहीं लगता कि कोई और देश या क्षेत्र इस रिकार्ड को तोड़ सकता है। ’’ रपट के अनुसार भारत में प्रति माह प्रति उपयोगकर्ता डाटा का उपभोग साल दर साल 76 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
3जी और 4जी नेटवर्क पर यह 13.7 जीबी (गीगा बाइट) तक पहुंचाः 3जी और 4जी नेटवर्क पर यह 13.7 जीबी (गीगा बाइट) तक पहुंच गया है। पिछले साल भारत में एक सामान्य उपयोगकर्ता का मोबाइल डाटा उपयोग 4 गुना बढ गया और यह औसतन पांच घंटा प्रति दिन तक पहुंच गया। मर्वाह ने कहा कि 2020 में घर से काम करने की जरूरत के कारण डाटा का उपभोग तेजी से बढ़ा।
यूट्यूब जैसे चैनलों पर उपलब्धः रपट के अनुसार 55 प्रतिशत डाटा छोटी सामग्री देखने पर खर्च किया जाता है जो यूट्यूब जैसे चैनलों पर उपलब्ध होती हैं। रपट के अनुसार भारत में आने वाले समय में फाइबर-टू-द-होम (एफटीटीएच) और फिक्स्ड वायरलेस डाटा का तेजी से विस्तार होगा। मर्वाह ने कहा कि उपभोग के रुझानों को देखते हुए भारत में 5जी मोबाइल सेवाओं को अब शुरू करने का पक्ष मजबूत दिखता है।