आपको बिना बताए Chrome और Firefox चुरा रहे हैं आपकी निजी जानकारियाँ, ऐसे सुरक्षित रखें डेटा
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: July 6, 2018 06:18 PM2018-07-06T18:18:30+5:302018-07-06T18:18:30+5:30
क्रोम और फ़ायरफॉक्स का एक एक्सटेंशन है स्टाइलिश (stylish) जो कि उपयोग करने वालों को अपनी वेबसाइट का रंग और स्वरुप बदलने की सुविधा देता है। इसे आमतौर पर ‘कन्वर्ट सर्विलांस टूल’ नाम से जानते हैं। अभी करीब 18 लाख लोग इसका उपयोग करते हैं।
नई दिल्ली, 6 जुलाई: वेब ब्राउज़र गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स के काम करने के तरीक़े पर एक बार फिर सवाल उठे हैं? इस बार मामला क्रोम और फायरफोक्स का उपयोग करने वालों की जानकारी की सुरक्षा से जुड़ा है।
क्रोम और फ़ायरफॉक्स का एक एक्सटेंशन है स्टाइलिश (stylish) जो कि उपयोग करने वालों को अपनी वेबसाइट का रंग और स्वरुप बदलने की सुविधा देता है। इसे आमतौर पर ‘कन्वर्ट सर्विलांस टूल’ नाम से जानते हैं। अभी करीब 18 लाख लोग इसका उपयोग करते हैं।
लेकिन कुछ समय पहले स्टाइलिश को सिम्पलवेब (simpleweb) ने खरीद लिया है जो कि एक डाटा इकट्ठा करने वाली कंपनी है। इंग्लैंड के सॉफ्टवेयर इंजीनियर रॉबर्ट हैटन के मुताबिक़ जब से सिम्पलवेब ने स्टाइलिश को खरीदा है तब से क्रोम और फायरफॉक्स उपयोग करने वालों की जानकारी खतरे में है।
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इतना ही नहीं स्टाइलिश Chrome और Firefox पर मौजूद हिस्ट्री की जानकारी भी ले लेता है। इन दोनों ब्राउज़र का स्मार्टफोन वर्ज़न भी उपयोग करने वालों की जानकारी लेता है। आज कल जब अधिकतर जानकारी मोबाइल फोन में मौजूद रहती है ऐसे में स्टाइलिश का सारी जानकारी लेना ख़तरनाक हो सकता है।
आज कल नेट बैंकिंग, बैंक एकाउंट नंबर और पैन कार्ड नंबर जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ पब्लिक डोमेन में मौजूद होती हैं। ऐसे में सवाल बनता है लोगों की जानकारी कैसे सुरक्षित रहेगी ? जबकि स्टाइलिश कंपनी का दावा है कि वे व्यक्तिगत जानकारी नहीं इकट्ठा करते हैं, ऐसे में यह क्रोम और फायरफॉक्स के लिए यह बहुत ज़रूरी हो जाता है कि वह उपयोग करने वालों से जुड़ी ज़रूरी जानकारियाँ सुरक्षित रखें।