Facebook ने पेश की Libra करेंसी, Paytm और Google Pay को मिलेगी टक्कर, जानें इससे जुड़ी सभी खास बातें
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: June 19, 2019 06:12 PM2019-06-19T18:12:19+5:302019-06-19T18:12:19+5:30
फेसबुक अपनी क्रिप्टोकरेंसी लिब्रा को साल 2020 में लॉन्च करेगी। इसी के साथ ही इसी साल कंपनी ‘Calibra’ डिजिटल वॉलेट भी लॉन्च करने वाली है। कंपनी ने जानकारी दी है कि कैलिब्रा एक ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है।
दिग्गज सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक ने अपने डिजिटल करेंसी से पर्दा उठा दिया है। Facebook ने अपनी क्रिप्टोकरेंसी लिब्रा की घोषणा कर दी है। फेसबुक की सर्विस का इस्तेमाल बिना किसी क्रेडिट कार्ड और बैंक अकाउंट के कर सकेंगे। कंपनी ने अपने क्रिप्टोकरेंसी को ‘Libra’ नाम से पेश किया है। इसके जरिए खरीदारी करने या किसी को पैसे भेजने के लिए कोई चार्ज नहीं लगेगा।
फेसबुक अपनी क्रिप्टोकरेंसी लिब्रा को साल 2020 में लॉन्च करेगी। इसी के साथ ही इसी साल कंपनी ‘Calibra’ डिजिटल वॉलेट भी लॉन्च करने वाली है। कंपनी ने जानकारी दी है कि कैलिब्रा एक ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है।
हालांकि फेसबुक का अकेला कंट्रोल नहीं होगा लिब्रा पर, इस क्रिप्टोकरेंसी आधारित प्रोजेक्ट के लिए मास्टर कार्ड PayPal, वीजा, स्पॉटिफाई और स्ट्राइप जैसी कंपनियों ने पहले से ही फेसबुक को 10 मिलियन डॉलर्स दिए हैं। इसका उद्देश्य यह है ताकि फेसबुक उन्हें अपने नेटवर्क पर शामिल कर सकें। यानी कि इन सभी प्लैटफॉर्म पर क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध होगी और यूजर्स आसानी से इसके जरिए मोबाइल रिचार्ज, टैक्सी पेमेंट और बिल पेमेंट कर सकेंगे।
Facebook का कहना है कि मौजूदा समय में दुनिया में करोड़ो लोग अपने देश से बाहर रहकर कमाई करते हैं और अपने घरों पर पैसे भेजते हैं। एक देश से दूसरे देश में पैसा भेजने के लिए अभी लोगों को 25 अरब डॉलर का फीस अलग से चुकाने पड़ते हैं लेकिन Libra क्रिप्टोकरेंसी के आने के बाद लोग आसानी से बिना किसी चार्ज के दूसरे देशों में पैसा भेज सकेंगे।
इन कंपनियों के लिए बढ़ेंगी मुश्किलें
बता दें कि भारत में फिलहाल Paytm और Google Pay डिजिटल पेमेंट ऐप है। भारत में ये दोनों ही ऐप काफी पॉपुलर है। इसके अलावा PhonePay जैसे भी ऐप्स मौजूद है। वहीं, फेसबुक की इस घोषणा के बाद पेटीएम और गूगल पे के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है। गौर करें तो फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी WhatsApp के पास अरबों यूजर्स हैं, साथ ही भारत में व्हाट्सऐप के सबसे ज्यादा यूजर्स है। ऐसे में बाजार में मौजूद दूसरी डिजिटल पेमेंट सर्विस को झटका लग सकता है।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
ये एक डिजिटल करेंसी है, जिसकी सुरक्षा के लिए एनक्रिप्टेड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी किसी फिजिकल बिल या कॉइन के रूप में मौजूद नहीं होती है बल्कि ये कंप्यूटर कोड के डिजिटल साइन की तरह होती है। Facebook Libra के लिए एक वॉलेट बना रही है जिससे इसे स्टोर किया जा सकेगा।
क्रिप्टोकरेंसी के रूप में लोग लिब्रा को खरीद व बेच सकेंगे। साथ ही इसे ट्रेडिशनल करेंसी से एक्सचेंज भी कर सकेंगे। हालांकि इस बात की अभी जानकारी नहीं है कि लोग किस दर पर इसे ट्रांसफर कर सकेंगे।
कैसे सिक्योर रहेगी आपकी डिजिटल करेंसी
फेसबुक ने कहा है कि अभी कैलिबरा की टेस्टिंग स्टेज पर है। प्रोडक्ट को सेफ डिलिवर करने के लिए कंपनी एक्सपर्ट्स के साथ मिल कर काम कर रही है। कैलिब्रा कस्टमर अकाउंट सिक्योरिटी पॉलिसी के तहत यूजर्स के बारे में कुछ ही जानकरी एक्सेस कर सकेगा। इतना ही कंपनी ने बताया कि फेसबुक Calibra यूजर्स के डेटा को टार्गेट ऐड के लिए भी इस्तेमाल नहीं करेगी।
इसके साथ ही अगर यूजर का फोन खो जाए या यूजर पासवर्ड भूल जाए तो इसका इस्तेमाल कर सके इसलिए कंपनी इसके लिए एक डेडिकेटेड सपोर्ट भी लॉन्च करेगी। वहीं कंपनी ने कहा है कि अगर कैलिब्रा इस्तेमाल के दौरान कोई फ्रॉड होता है तो उसकी भरपाई कंपनी करेगी।
गौर करें तो फेसबुक के डेटा लीक को लेकर पहले से ही कई मामले चल रहे हैं ऐसे में कंपनी का कहना है कि लिब्रा क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की सेफ्टी का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
यूजर्स को क्या होगा ये फायदा
Libra से यूज़र्स फेसबुक मैसेंजर पर आसानी से पैसे भेजेंगे और रिसीव कर सकेंगे। इतना ही नहीं यूजर्स WhatsApp के ज़रिये भी पैसों के ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। इसमें यूज़र्स को एक डिजिटल वॉलेट ऐप मिलेगा जहां वो अपने सारे ट्रांजैक्शन का ट्रैक रख सकेंगे। फेसबुक की दी गई जानकारी के मुताबिक पैसे भेजने के लिए यूज़र्स को किसी तरह का कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होगा।