टाटा स्काई यूजर्स फ्री में देख सकेंगे ये 10 'महंगे' चैनल, ये है लास्ट डेट, अन्य कंपनियां भी दें मुफ्त सर्विस, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
By रजनीश | Published: April 17, 2020 02:10 PM2020-04-17T14:10:06+5:302020-04-17T14:10:06+5:30
सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका में कहा गया है कि सरकार लोगों को जीवित रहने के लिए भोजन, आवास के लिए तो कदम उठा रही है लेकिन घरों में बंद लोगों के मनोवैज्ञानिक दबाव को कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है।
कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन चल रहा है। इसके चलते लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और बैठे-बैठे बोर हो रहे हैं। ऐसे में डीटीएच कंपनी टाटा स्काई ने अपने यूजर्स को एक ऑफर दिया है। इस ऑफर के जरिए टाटा स्काई के यूजर्स 30 अप्रैल तक 10 फ्री चैनल को मुफ्त में देख सकेंगे। इससे पहले तक इन चैनलों को देखने के लिए चार्ज देना होता था।
ये वही 10 चैनल हैं जिनको इससे पहले तक टाटा स्काई ने 14 अप्रैल तक के लिए मुफ्त किया था। इससे पहले कंपनी ने टाटा स्काई ब्रॉडबैंड के तहत अनलिमिटेड इंटरनेट उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए एफयूपी लिमिट तय करने की बात कही थी।
कौन से चैनल हैं फ्री
टाटा स्काई के मुताबिक डांस स्टूडियो को चैनल नंबर 123, फन लर्न को चैनल नंबर 664, कुकिंग क्लास को चैनल नंबर 127, फिटनेस को चैनल नंबर 110, स्मार्ट मैनेजर को चैनल नंबर 701, वैदिक मैथ्स को चैनल नंबर 702, क्लासरूम को चैनल नंबर 660 और ब्यूटी को चैनल नंबर 150 पर देखा जा सकेगा।
इन सभी चैनल के बारे में टाटा स्काई ने अपने ट्वीटर हैंडल पर अलग-अलग ट्वीट के जरिए भी जानकारी दी है। टाटा स्काई ने इससे पहले ब्रॉडबैंड यूजर्स को झटका देते हुए इंटरनेट पर एफयूपी लिमिट लगाने का फैसला लिया था। वहीं, कंपनी का कहना था कि यूजर्स को डाटा एफयूपी लिमिट के साथ ही दिया जाएगा।
आपको बता दें कि इस समय टाटा स्काई के चार ब्रॉडबैंड प्लान बाजार में उपलब्ध हैं, जिनमें मासिक, तिमाही, छमाही और वार्षिक प्लान शामिल हैं। टाटा स्काई के अलावा भी जिन लोगों का डीटीएच रिजार्ज नहीं है वो कुछ समय तक का इंतजार कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई एक याचिका के मुताबिक डीटीएच कंपनियों से उनको दिए लाइसेंस शर्त के मुताबिक कुछ समय तक के लिए लोगों को मुफ्त में सर्विस प्रदान करने को कहा गया है।
याचिका में कहा गया है कि फोन पर लंबी लंबी बातें करके, वीडियो चैट या डीटीएच प्लेटफाम पर टीवी चैनल देखकर मनोरंजन के माध्यम से मनोवैज्ञानिक दबाव कम करने में मदद मिलेगी। याचिका में कहा गया है कि असीमित मुफ्त ऑडियो और वीडियो संचार सुविधा रास्ते में फंसे लोगों को अपने परिवारों से संपर्क करने और मौजूदा स्थिति से निबटने में मददगार होगी।
याचिका में दावा किया गया है कि लॉकडाउन के दौरान केन्द्र और राज्य सरकारों ने लोगों को जीवित रहने के लिये भोजन, आवास और दूसरी सुविधायें मुहैया कराने के लिये अनेक कदम उठाये हैं लेकिन दिन प्रतिदिन बढ़ रहे मनोवैज्ञानिक दबाव को कम करने के लिये ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है।