मोबाइल में आए इस मैसेज को भूल कर भी न करें ओपन, हो सकता है फोन हैक
By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: November 29, 2018 16:59 IST2018-11-29T16:59:13+5:302018-11-29T16:59:13+5:30
सिक्योरिटी रिसर्चर्स के मुताबिक, एक मैसेज की मदद से 95 प्रतिशत एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स को हैक किया जा सकता है। ये वो स्मार्टफोन होते हैं जो एंड्रॉयड के 2.2 या 5.1 वर्जन पर काम करते हैं।

Android Mobile can be hacked by a virus message
ज्यादातर वायरस अटैक एंड्रॉयडस्मार्टफोन्स पर ही होते हैं। अगर आप एक एंड्रॉयडस्मार्टफोन यूजर है तो आपको ज्यादा सर्तक रहना चाहिए। क्या आप जानते हैं कि आपके फोन को एक SMS के जरिए हैक किया जा सकता है। लेकिन बड़ा सवाल है कि सिर्फ एक एसएमएस के जरिए कैसे किसी एंड्रॉयड स्मार्टफोन को हैक किया जा सकता है। हम आपको बता रहे हैं कि कैसे इन मैसेज की पहचान करेंगे।
सिक्योरिटी रिसर्चर्स के मुताबिक, एक मैसेज की मदद से 95 प्रतिशत एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स को हैक किया जा सकता है। ये वो स्मार्टफोन होते हैं जो एंड्रॉयड के 2.2 या 5.1 वर्जन पर काम करते हैं। बता दें कि गूगल के सबसे नीचे वर्जन की बात करें तो यह 5.1 वर्जन लॉलीपॉप है, वहीं अब गूगल ने अपने लेटेस्ट वर्जन एंड्रॉयड पाई 9.0 को भी उपलब्ध करा दिया है।
हैकर्स सबसे ज्यादा एंड्रॉयड वर्जन के 5.1 तक के स्मार्टफोन को हैक करते हैं क्योंकि इनमें एक बड़ी खामी है। इसका फायदा उठाकर किसी भी को हैक किया जा सकता है। सबसे खास बात एंड्रॉयड 5.1 पर चलने वाले टैबलेट को भी हैक किया जा सकता है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन में एक सॉफ्टवेयर मौजूद होता है जिसका नाम "Stagefright" है। इसकी मदद से यूजर मल्टीमीडिया फाइल को ओपन और प्ले करते हैं। जबकि इसी सॉफ्टवेयर की मदद से एमएमएस यानि मल्टीमिडिया मैसेज भी ओपन होता है।
ऐसे में अगर किसी दूसरे के पास आपका मोबाइल नंबर है तो वह आपके फोन को एक एसएमएस के जरिए हैक कर सकता है। इसके लिए जरूरी है कि फोन में किसी भी अनजान नंबर से आए लिंक वाले मैसेज या एमएमएस को क्लिक ना करें। हालांकि मौजूदा समय में सभी कंपनियों के स्मार्टफोन एंड्रॉयड के लेटेस्ट वर्जन पाई 9.0 या एंड्रॉयड ओरियो 8.1 या 8.0 के साथ लॉन्च किए जाते हैं। ऐसे में यदि आपके फोन में एंड्रॉयड का वर्जन 5.1 से ऊपर है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।

