Hariyali Teej Kab Hai: इस दिन मनाई जाएगी हरियाली तीज, खास है इस त्योहार का महत्व, जानें कैसे मनाया जाता है उत्सव?

By मनाली रस्तोगी | Updated: July 15, 2024 12:41 IST2024-07-15T12:39:47+5:302024-07-15T12:41:00+5:30

Hariyali Teej 2024: विवाहित हिंदू महिलाएं पूरे दिन उपवास करके, अपने हाथों को सुंदर मेहंदी पैटर्न से सजाती हैं, हरे या लाल रंग के पारंपरिक कपड़े पहनती हैं और अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं।

When is Hariyali Teej 2024 know the significance how the festival of Hariyali Teej is celebrated | Hariyali Teej Kab Hai: इस दिन मनाई जाएगी हरियाली तीज, खास है इस त्योहार का महत्व, जानें कैसे मनाया जाता है उत्सव?

Hariyali Teej Kab Hai: इस दिन मनाई जाएगी हरियाली तीज, खास है इस त्योहार का महत्व, जानें कैसे मनाया जाता है उत्सव?

Highlightsहरियाली तीज एक शुभ त्योहार है जो इस साल 7 अगस्त को पूरे देश में बहुत धूमधाम से मनाया जाएगायह व्रत उन लड़कियों द्वारा भी रखा जाता है जो अविवाहित हैं और अच्छी शादी की तलाश में हैंउपहारों में घर की बनी मिठाइयां, घेवर, मेंहदी और चूड़ियां शामिल हैं

Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज एक शुभ त्योहार है जो इस साल 7 अगस्त को पूरे देश में बहुत धूमधाम से मनाया जाएगा। सावन के महीने में शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन आने वाला यह महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के सम्मान में मनाया जाता है। 

विवाहित हिंदू महिलाएं पूरे दिन उपवास करके, अपने हाथों को सुंदर मेहंदी पैटर्न से सजाती हैं, हरे या लाल रंग के पारंपरिक कपड़े पहनती हैं और अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। यह व्रत उन लड़कियों द्वारा भी रखा जाता है जो अविवाहित हैं और अच्छी शादी की तलाश में हैं।

कब है हरियाली तीज?

पंचांग के अनुसार, सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 6 अगस्त को शाम में 7 बजकर 53 मिनट पर तृतीया तिथि की शुरुआत हो रही है और 7 जुलाई को रात में 11 बजकर 6 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में हरियाली तीज का व्रत 7 अगस्त को रखा जाएगा।

क्या है हरियाली तीज का महत्व?

राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में विवाहित हिंदू महिलाएं दिन भर निर्जला व्रत (बिना पानी के उपवास) रखकर और अपने पतियों के लंबे और समृद्ध जीवन के लिए प्रार्थना करके हरियाली तीज मनाती हैं। यह भगवान शिव और मां पार्वती के मिलन का स्मरण कराता है। 

पौराणिक कथा के अनुसार, यह वह दिन है जब देवी द्वारा 107 जन्मों तक तपस्या करने के बाद भगवान शिव ने मां पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। अपने 108वें जन्म के दौरान देवी पार्वती अंततः उन्हें जीत सकीं और उन्हें तीज माता के नाम से भी जाना जाने लगा। 

कैसे मनाया जाता है हरियाली तीज का उत्सव?

हरियाली तीज के अवसर पर हिंदू महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए भगवान शिव और मां पार्वती से प्रार्थना करती हैं। वे दिन भर का उपवास भी रखते हैं, हाथों पर मेहंदी लगाते हैं, हरे या लाल रंग के नए कपड़े पहनते हैं, श्रृंगार करते हैं, आभूषण पहनते हैं और भी बहुत कुछ करते हैं। भक्त नए झूले भी बनाते हैं और भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रेम की प्रशंसा करते हुए लोक गीत गाते हैं। 

इस दिन विवाहित महिलाएं, नवविवाहित और अविवाहित महिलाएं व्रत रख सकती हैं। इसके अलावा रीति-रिवाजों के अनुसार, माता-पिता तीज के लिए अपनी बेटी के घर उपहार भेजते हैं। उपहारों में घर की बनी मिठाइयां, घेवर, मेंहदी और चूड़ियां शामिल हैं।

Web Title: When is Hariyali Teej 2024 know the significance how the festival of Hariyali Teej is celebrated

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