उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए अब तक ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण, यहां जानें कैसे आप भी कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
By अंजली चौहान | Published: March 13, 2023 01:10 PM2023-03-13T13:10:28+5:302023-03-13T13:17:20+5:30
उत्तराखंड प्रशासन ने यात्रा को देखते हुए तैयारियां लगभग पूरी कर ली है। यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा हर संभव कार्य किया जा रहा है। बता दें कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा भारत में सबसे लोकप्रिय हिंदी तीर्थस्थलों में से एक है।
देहरादून: चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। अप्रैल के महीने में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार अपनी कमर पूरी तरह से कस चुकी है। तीर्थयात्रा शुरू होने में एक महीने से भी कम का समय बचा हुआ है, ऐसे में तीर्थयात्री अपना पंजीकरण जल्द से जल्द कराने में जुटे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, तीर्थ यात्रा के शुरू होने से पहले करीब ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं। इस पंजीकरण में यमुनोत्री धाम, गंगोत्री धाम, केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम शामिल हैं।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने सोमवार को कहा कि अब तक ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है, जिसमें केदारनाथ धाम के लिए 1.39 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। वहीं, बद्रीनाथ के लिए 1.14 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
Uttarakhand: More than 2.50 lakh devotees registered for Chardham Yatra so far
— ANI Digital (@ani_digital) March 13, 2023
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उम्मीद है कि अभी और लोग भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। दो साल के अंतराल के बाद एक बार फिर चारधाम यात्रा शुरू होने पर रिकॉर्ड तोड़ पंजीकरण की उम्मीद जताई जा रही है।
कब से शुरू है चारधाम यात्रा?
22 अप्रैल से गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिए जाएंगे। वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खोले जाएंगे जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे।
चारधाम यात्रा के लिए ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
उत्तराखंड में साल 2023 में होने वाली चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के लिए वेबसाइट उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा तीर्थयात्रियों के पास फोन और व्हाट्सएप के माध्यम से पंजीकरण कराने का भी विकल्प है। चारधाम यात्रा के पंजीकरण के लिए आपको https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ की वेबसाइट पर जाकर अपने रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन तीन तरह है किया जा सकता है।
- उत्तराखंड सरकार की दी गई वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
- मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है ये मोबाइल ऐप एंड्रॉइड और आईओएस दोनों फोनों में उपलब्ध होगा।
- व्हाट्सएप के माध्यम से +91 8394833833 पर यात्रा से जुड़ी पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा कर अपना पंजीकरण कराया जा सकता है।
यात्री इन आसान चरणों में पंजीकरण करा सकते हैं
1- सबसे पहले आपको उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना हैं जो कि https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ इस तरह है।
2- यहां आपको चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा।
3- फॉर्म में मांगे गए जरूरी दस्तावेजों को आपको इस फॉर्म के साथ जमा करना है।
4- इसके बाद जो भी प्रोसेसिंग फीस मांगी गई है उसका ऑनलाइन माध्यम से भुगतान कर दें।
5- इसके बाद पंजीकरण का प्रमाणपत्र डाउनलोड करके इसका प्रिंट आउट निकाल लें।
चारधाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन फीस क्या है?
बता दें कि पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं को कोई भी शुल्क नहीं देना होगा। हालांकि, यात्रा में जाने से पहले खुद का रजिस्ट्रेशन कराना महत्वपूर्ण होता है। एक बार जब आप अपना पंजीकरण करा लेते हैं तो क्यूआर कोड के साथ एक यात्रा पंजीकरण पत्र उत्पन्न होगा।
पत्र डाउनलोड करें और चारधाम यात्रा करने के दौरान इसे अपने साथ रखें। तय नियम के अनुसार मंदिरों में प्रवेश से पहले इस रजिस्ट्रेशन पत्र को देखा जाता है, साथ ही इसके साथ आपका वैलिड आईडी प्रूफ भी होना चाहिए।
उत्तराखंड प्रशासन ने यात्रा को देखते हुए तैयारियां लगभग पूरी कर ली है। यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा हर संभव कार्य किया जा रहा है। बता दें कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा भारत में सबसे लोकप्रिय हिंदी तीर्थस्थलों में से एक है।
यह तीर्थ चार पवित्र स्थलों की यात्रा है, जिसमें बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल है जो कि हिमालय की ऊंचाईयों पर स्थित है। हिमालय की ऊंचाईयों पर बसे ये मंदिर हर साल लगभग छह महीने के लिए बंद रहते हैं, गर्मियों में ये अप्रैल और मई में खुलते हैं और सर्दियों की शुरुआत के अक्टूबर-नम्वबर में इसके कपाट बंद कर दिए जाते हैं।