वैदिक ज्योतिष का ये एक शक्तिशाली उपाय कर देगा आपकी सारी परेशानियों का अंत
By रुस्तम राणा | Published: September 13, 2024 03:58 PM2024-09-13T15:58:26+5:302024-09-13T15:58:26+5:30
यदि कुंडली में आपकी राशि कमजोर है और आप विविध क्षेत्रों में बाधाओं का सामना कर रहे हैं। बनते काम बिगड़ रहे हैं तो आपको अपनी राशि के अनुसार वैदिक ज्योतिष से जुड़े कुछ आसान उपाय करने चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि ग्रहों की स्थिति जातक के अनुकूल नहीं होती हैं तो उसे फिर अपने जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यह परेशानी निजी जीवन से लेकर आपके पेशेवर जीवन से जुड़ी हो सकती है अथवा आपको आर्थिक, सामाजिक एवं राजनैतिक जीवन में भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। यदि कुंडली में आपकी राशि कमजोर है और आप विविध क्षेत्रों में बाधाओं का सामना कर रहे हैं। बनते काम बिगड़ रहे हैं, मेहनत के बावजूद सफलता हासिल नहीं हो रही है तो आपको अपनी राशि के अनुसार वैदिक ज्योतिष से जुड़े कुछ आसान उपाय करने चाहिए। ये उपाय कुंडली में आपकी राशि के स्वामी ग्रह को प्रबल बनाएंगे। जिसका प्रभाव आपके जीवन पर सकारात्मक रूप से देखने को मिलेगा। इनको करने से आपकी तकलीफें दूर हो सकती हैं। आपकी राशि के अनुसार ये उपाय इस प्रकार हैं -
कुंडली में अपनी राशि के स्वामी ग्रह को मजबूत बनाने के लिए करें ये उपाय
मेष राशि: आपको सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।
वृषभ राशि: आपको महामृत्युंजय मंत्र पढ़ते रहना चाहिए।
मिथुन राशि: आपको ॐ नमो नारायणाय नमः का जप करते रहना चाहिए।
कर्क राशि: आपको सफेद वस्तुओं का दान करना चाहिए।
सिंह राशि: आपको आदित्य हृदय स्रोत का पाठ करते रहना चाहिए। बाद में गेहूं का दान करना चाहिए।
कन्या राशि: आपको दुर्गा सप्तशती का पाठ करते रहना चाहिए।
तुला राशि: आपको ॐ क्रीं कालिके स्वाहा बीज मंत्र का जाप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि: आपको हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
धनु राशि: आपको विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए।
मकर राशि:आपको ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।
कुंभ राशि: आपको शनिदेव की उपासना करनी चाहिए और काली वस्तुओं का दान करना चाहिए।
मीन राशि: इस राशि के जातकों को विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए।
डिस्क्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी और तथ्य विभिन्न माध्यमों से जुटाकर आप तक पहुंचाएं गए हैं। इसकी सटीकता और पूर्णता के लिए लोकमत हिन्दी जिम्मेदार नहीं है। इस संबंध में किसी जानकार पंडित या ज्योतिष विद्वानों से सलाह जरूर लें।