शनिवार मंत्रः शनिदेव के यह 5 मंत्र करेंगे आपके हर कष्टों का अंत
By गुणातीत ओझा | Published: July 4, 2020 02:25 PM2020-07-04T14:25:43+5:302020-07-04T18:00:05+5:30
आइये आपको बताते हैं शनिदेव के 5 चमत्कारी मंत्र जिन्हें शनिवार के दिन या शनि जयंती पर पढ़ने से हर कष्टों का अंत होता है..
शनिवार (Saturday) का दिन शनिदेव (Shani Dev) को समर्पित होता है। शनिदेव की पूजा कर भक्त सभी कष्टों (Pain) को दूर कर सकते हैं। शनिदेव की पूजा से साढ़ेसाती भी सही हो जाती है। मान्यता है कि शनिदोष दूर करने के लिए मूल नक्षत्रयुक्त शनिवार से आरंभ कर सात शनिवार तक शनिदेव की पूजा और व्रत (Fast) बहुत जरूरी है। सारे नियमों के ध्यान में रखकर पूजा और व्रत से शनिदेव की कृपा बनती है और सारे दुख दूर हो जाते हैं। शनि दोष को दूर करने के लिए नित्य भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र 'ॐ नमः शिवाय' का जप करना चाहिए तथा महामृत्युंजय मंत्र- 'ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्' का जप भी शुभ होता है। आइये आपको बताते हैं शनिदेव के 5 चमत्कारी मंत्र जिन्हें शनिवार के दिन या शनि जयंती पर पढ़ने से हर कष्टों का अंत होता है..
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:।
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
शनि का तंत्रोक्त मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: