जुलाई में इस बार 15 दिन में पड़ेंगे दो ग्रहण, अगले ही हफ्ते सूर्य ग्रहण, जानिए तिथि और सूतक लगने का समय
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 26, 2019 11:57 AM2019-06-26T11:57:37+5:302019-06-26T11:57:37+5:30
2 जुलाई को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसकी वजह ये है कि जब ये ग्रहण लगा होगा तब भारत में रात होगी।
Grahan in July 2019: इस साल जुलाई में दो ग्रहण लगने से यह महीना कई मायनों में अहम बन गया है। खगोल शास्त्रियों के लिए जहां दो ग्रहण दिलचस्पी बढ़ाने वाले हैं वहीं, ज्योतिष के जानकार भी इसे खास माना जा रहा है।
जुलाई-2019 में दो ग्रहण केवल 15 दिन के अंदर पड़ने जा रहे हैं। इसमें पहला 2 जुलाई को सूर्यग्रहण है जबकि दूसरा 17 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण है। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा पर भारत में नजर नहीं आयेगा जबकि चंद्र ग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा। इस लिहाज से चंद्र ग्रहण के प्रभाव को लेकर जातकों को खास ध्यान रखने की जरूरत होगी।
सूर्य ग्रहण की तिथि और सूतक
2 जुलाई को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसकी वजह ये है कि जब ये ग्रहण लगा होगा तब भारत में रात होगी। ऐसे में ग्रहण का सूतक भारत में नहीं लगेगा। हालांकि, इसके बावजूद इस समय कुंडली और ग्रहों की स्थिति के कारण कुछ फर्क पड़ सकता है।
सूर्य ग्रहण न्यूजीलैंड से शुरू होगा और दक्षिणी प्रशांत, चिली और अर्जेंटीना के कई हिस्सों में नजर आयेगा। इसके अलावा इसे कुछ अन्य दक्षिण अमेरिकी देशों जैसे ब्रजाली, उरुग्वे में भी देखा जा सकेगा।
चंद्र ग्रहण 2019: तिथि और सूतक का समय
17 जुलाई को लगने वाले चंद्र ग्रहण को भारत में आराम से देखा जा सकेगा। यह बुधवार का दिन होगा। हालांकि, ग्रहण का सूतक एक दिन पहले ही 16 जुलाई (मंगलवार) को ही लग जाएगा। यह ग्रहण आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है। चंद्र ग्रहण का समय 16 जुलाई की मध्यरात्रि 1 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा और करीब 3 घंटे रहेगा।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस दौरान गर्भवती स्त्रियों को खास ध्यान देने की जरूरत होती है। गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। साथ ही उन्हें ग्रहण के दौरान चाकू, ब्लेड, कैंची जैसी काटने वाली चीजों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे बच्चों के विकास पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
ग्रहण के समय उन्हीं खानपान की वस्तुओं को का इस्तेमाल करना चाहिए जिस पर सूतक से पहले तुलसी पत्ते डाले गये हों। ग्रहण काल के बाद स्नान करना चाहिए और घरों आदि की सफाई की जानी चाहिए।