Surya Grahan: इस साल का आखिर सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को है। ग्रहण की शुरुआत सुबह 8.17 बजे से होगी और इसका सूतक काल 25 दिसंबर की शाम से शुरू हो रहा है। कई मायनों में इस ग्रहण को बेहद अहम बताया जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 1962 में जब सूर्य ग्रहण लगा था तब सात ग्रह एक साथ थे। इस बार 6 ग्रह साथ हैं और केवल एक की कमी है।
माना जा रहा है कि चूकी ग्रहण के समय धनु राशि में एक साथ 6 ग्रह (सूर्य, चंद्रमा, शनि, बुध, बृहस्पति, केतु) का योग बनेगा और ऐसे में इसका प्रभाव व्यापक और लंबे समय तक रहने वाला है।
Solar Eclipse 2019: मंगल का राशि परविर्तन
सूर्य ग्रहण से एक दिन पहले ही मंगल का राशि परिवर्तन हो रहा है। वह तुला से वृश्चिक में प्रवेश कर रहे हैं। ग्रहण के साथ गुरुवार को धनु राशि में केतु के साथ 6 ग्रहों का योग बन रहा है। इस कारण हर क्षेत्र में अशुभ संकेत मिल रहे हैं।
राजनीतिक उथल-पुथल, प्राकृतिक आपदा, पेट्रोलियम कीमतों में वृद्धि, मंदी और दूसरे कष्टप्रद असर नजर आ सकते हैं। साथ ही इस ग्रहण का लगभग सभी राशियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है। ऐसे में कुछ ऐसे उपाय आप जरूर कर लें जिससे इस ग्रहण के असर को कम कर सकें।
Solar Eclipse 2019: ग्रहण के असर से इन उपाय से खुद को बचाएं
मेष राशि के जातक अपने ईष्ट के मंत्र का जाप करें या फिर हनुमान चालीसा के पाठ से भी उन्हें लाभ होगा। वहीं, वृष राशि के जातक गणपति की अराधना जरूर करें। इससे अशुभ प्रभाव कम होंगे। ग्रहण मिथुन राशि के सातवें भाव को प्रभावित कर रहा है। ऐसे में वे भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा करें। ऐसे ही कर्क राशि के जातक को भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। इससे छठवें भाव के प्रभाव को घटाया जा सकता है।
सिंह राशि के जातक आदित्य ह्दय स्त्रोत का पाठ करें जबकि कन्या के जातक चतुर्थ भाव के प्रभाव को कम करने के लिए सूर्यदेव के बीज मंत्र का पाठ कर सकते हैं। तुला राशि के जातक मां दुर्गा की उपासन करें। वृश्चिक राशि वाले सुंदरकांड का पाठ करें। धनु राशि के जातक विष्णु सहस्रनाम के पाठ से कष्टों को दूर भगा सकते हैं। मकर राशि में 12वें भाव के प्रभाव से आने वाली समस्या शिव उपासना से दूर हो सकेगी। कुंभ राशि के जातक सरसों तेल का दीपक जलाएं। वहीं, मीन राशि वाले निर्धनों को गेहूं और दूसरे अन्न का दान अवश्य करें।