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Shardiya Navratri 2021 Date: कब से प्रारंभ होगा शारदीय नवरात्रि महापर्व, जानें तिथि, घटस्थापना मुहूर्त और महत्व

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 22, 2021 12:50 IST

शारदीय नवरात्रि मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना का महापर्व है। यह पर्व आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से आरंभ होकर नवमी तिथि तक चलता है।

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ठळक मुद्देशारदीय नवरात्रि मां शक्ति का उपासना का महापर्व है।इस साल शारदीय नवरात्रि पर्व 7 अक्टूबर 2021 से प्रारंभ हो रहा है।13 अक्टूबर को दुर्गाष्टमी और महानवमी 14 अक्टूबर को है। जबकि 15 अक्टूबर को दशहरा पर्व है।

Shardiya Navratri 2021: शारदीय नवरात्रि सनातन धर्म का पावन पर्व है। इस पर्व में मां शक्ति दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रति वर्ष शारदीय नवरात्रि आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है और इसका समापन नवमी तिथि को होता है।  नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में मां दुर्गा के भक्त उनकी व्रत रखकर विधि-विधान से उपासना करते हैं। जहां शुभ मुहूर्त में घटस्थापना कर इस पावन पर्व की शुरूआत की जाती है। वहीं अंतिम कन्या पूजन कर इस पर्व का समापन किया जाता है। दशमी तिथि के दिन विजयादशमी उत्सव मनाया जाता है।

शारदीय नवरात्रि 2021

शारदीय नवरात्रि पर्व  इस साल 7 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है, जिसका समापन 15 अक्टूबर को होगा। दुर्गाष्टमी 13 अक्टूबर को है और महानवमी 14 अक्टूबर को है। जबकि 15 अक्टूबर को दशहरा पर्व है। नवरात्रि का पहला दिन: 07 अक्टूबर, गुरुवार, मां शैलपुत्री की पूजानवरात्रि का दूसरा दिन: 08 अक्टूबर, शुक्रवार, मां ब्रह्मचारिणी की पूजानवरात्रि का तीसरा दिन: 09 अक्टूबर, शनिवार, मां चंद्रघंटा पूजा व मां कुष्मांडा पूजानवरात्रि का चौथा दिन: 10 अक्टूबर, रविवार, मां स्कंदमाता की पूजानवरात्रि का पांचवा दिन: 11 अक्टूबर, सोमवार, मां कात्यायनी की पूजानवरात्रि का छठा दिन: 12 अक्टूबर, मंगलवार, मां कालरात्रि की पूजानवरात्रि का सातवां दिन: 13 अक्टूबर, बुधवार, दुर्गा अष्टमी, कन्या पूजन, मां महागौरी की पूजानवरात्रि का आठवां दिन: 14 अक्टूबर, गुरुवार, महानवमी एवं हवन, कन्या पूजननवरात्रि का अंतिम दिन: 15 अक्टूबर, शुक्रवार, नवरात्रि व्रत का पारण, दशहरा 

घटस्थापना का मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 07 अक्टूबर को सुबह 06:17 बजे से लेकर 07:07 बजे के बीच रहेगा। घटस्थापना में कलश स्थापना विधिनुसार की जाती है। 

शारदीय नवरात्रि का महत्व

सनातन मान्यता के अनुसार शारदीय नवरात्रि माता दुर्गा की आराधना का श्रेष्ठ समय होता है। इन पावन दिनों में हर दिन मां के अलग-अलग रूपों की पूजा होती है, जो अपने भक्तों का कल्याण करती हैं। नवरात्रि का हर दिन देवी के विशिष्ठ रूप को समर्पित होता है और हर देवी स्वरुप की कृपा से अलग-अलग तरह के मनोरथ पूर्ण होते हैं। कहते हैं जो भक्त सच्चे मन से शारदीय नवरात्रि व्रत को करता है मां दुर्गा उसके समस्त प्रकार के कष्टों को हर लेती हैं और उसे सुखी और समृद्धशाली जीवन प्रदान करती हैं। इस व्रत से भक्तों की समस्त प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

टॅग्स :नवरात्रि
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