शारदीय नवरात्रि: कलश स्थापना के लिए सिर्फ इतनी देर का मुहूर्त, इसके बाद आरंभ है राहु काल
By गुलनीत कौर | Published: October 9, 2018 04:21 PM2018-10-09T16:21:49+5:302018-10-09T16:21:49+5:30
घट स्थापना के बाद कलश के सामने जिस जौ को उगायें ध्यान रहे कि वह जौ मिट्टी के पात्र में बोएं, किसी अन्य पात्र में नहीं।
शारदीय नवरात्रि 2018 की तिथि को लेकर हर कोई दुविधा में है। कुछ लोगों का कहना है कि शारदीय नवरात्रि 2018 इस बार 9 अक्टूबर से प्रारंभ हैं तो कुछ के हिसाब से इस पर्व की आरम्भ तिथि 10 अक्टूबर है। किन्तु उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि इस वर्ष यह महा पवित्र पर्व शारदीय नवरात्रि 10अक्टूबर 2018 दिन बुधवार से प्रारम्भ हो रहा है।
पंडित जी के अनुसार आश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि 9 अक्टूबर 2018 को दिन में 9 बजकर 10 मिनट से ही प्रारम्भ हो जाएगा परन्तु उदया तिथि के कारण नवरात्रि का प्रारम्भ 10 अक्टूबर 2018 दिन बुधवार से होगा। इसी दिन से व्रत करना उत्तम माना गया है।
शारदीय नवरात्रि कलश स्थापना शुभ मुहूर्त
नवरात्रि मां दुर्गा के इस महापर्व में देवी के नाम के व्रत एवं पूजन के अलावा कलश स्थापना का भी महत्व होता है। विभिन्न ज्योतिषियों के अनुसार नवरात्रि के कलश को शुभ मुहूर्त में ही स्थापित किया जाना चाहिए।
ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार नवरात्रि घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 10 अक्टूबर को सूर्योदय होने के बाद 06 बजकर 12 मिनट से प्रारंभ है। मुहूर्त की अवधि केवल 1 घंटा 2 मिनुत की बताई जा रही है, इसके बाद अशुभ काल प्रारंभ हो जाएगा।
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लेकिन यदि साधक इस मुहूर्त में घटस्थापना ना कर सके तो वह अभिजीत मुहूर्त के दौरान दिन में 11:36 से 12:24 के बीच भी नवरात्रि कलश स्थापित कर सकते हैं। परंतु यहां भी 12 बजे से राहुकाल होने के कारण 11:36 बजे से 11:59 बजे तक कर लेना अति उत्तम होगा।