शरद पूर्णिमा को हिन्दू शास्त्रों के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में एक गिना जाता है। प्राचीन काल से ही शरद पूर्णिमा का त्योहार लोग पूरी विधि-विधान से मनाते चले आ रहे हैं। अश्विन मास की पूर्णिमा को पड़ने वाली इस शरद पूर्णिमा की अलग-अलग मान्यताएं हैं। माना जाता है कि इसी दिन से सर्दियों की शुरुआत भी हो जाती है। सिर्फ यही नहीं मान्यता ये भी है कि इस दिन आकाश से अमृत की वर्षा होती है।
शरद पूर्णिमा पर कुछ आसान से उपाय करके आप भगवान कृष्ण और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पा सकते हैं। मगर कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें कार्तिक पूर्णिमा पर करने से बचना चाहिए। कार्तिक पूर्णिमा के दिन इन चीजों को करने से अशुभ हो सकता है।
इस बार शरद पूर्णिमा 13 अक्टूबर को पड़ रही है। इसे अश्विन पूर्णिमा भी कहा जाता है। माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी अपने वाहन, उल्लू पर सवार होकर जमीन पर आती हैं। इसीलिए शरद पूर्णिमा के दिन लक्ष्मी जी की उपासना भी की जाती है। इस दिन लक्ष्मी जी की विशेष कृपा भी उनके भक्तों पर बरसती है।
कतई ना करें ये काम
1. तामसिक भोजन का सेवन
कार्तिक पूर्णिमा के दिन किसी भी प्रकार के तामसिक भोजन का सेवन से बचना चाहिए। मांस, मटन चिकन और मसालेदार भोजन के साथ ही लहसुन, प्याज के सेवन से भी बचना चाहिए। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत जरूर करें।
2. शराब ना पिएं
कार्तिक पूर्णिमा के दिन शराब ना पिएं। इस दिन शराब पीने से दिमाग पर बहुत गहरा असर पड़ता है। इससे शरीर ही नहीं दिमाग पर सीधा असर डालते हैं।
3. गुस्सा करने से बचें
गु्स्सा सेहत के लिए हानिकारक होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भी गुस्सा करने से बचें। कार्तिक पूर्णिमा के दिन चांद का प्रभाव काफी तेज होता है। जिससे शरीर के अंदर न्यूरॉन सेल्स क्रियाशील हो जाते हैं। इससे आपके भविष्य भी खतरे में पड़ सकता है।
4. पानी खूब पीएं
कार्तिक पूर्णिमा के दिन समुद्र में ज्वार-भाटा आता है। चंद्रमा समुद्र के जल को ऊपर की ओर खींचता है। मानव के शरीर में भी लगभग 85 प्रतिशत जल रहता है। पूर्णिमा के दिन इस जल की गति और गुण बदल जाते हैं। इस दिन जल की मात्रा और उसकी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।
5. कर सकते हैं ये आसान उपाय
शरद पूर्णिमा के दिन सफेद फूल जैसे गुलाब, चंपा, चमेली, चांदनी, या सफेद फल, सफेद चमकीली चीजें और अनाज जैसे चावल और सफेद मिठाई को श्रीकृष्ण को अर्पित करना चाहिए। इससे उनकी कृपा साल भर भक्तों पर बनी रहती है।