Sawan Somwar Vrat 2023: सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को, जानें व्रत नियम, विधि और महत्व
By रुस्तम राणा | Updated: July 4, 2023 15:37 IST2023-07-04T15:35:06+5:302023-07-04T15:37:19+5:30
शास्त्रों में ऐसा वर्णन मिलता है कि श्रावण मास में महीने माता पार्वती ने निराहार रहकर भोलेनाथ को पति रूप में पाने के लिए कठोर व्रत किया था। इसी कारण ये महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय है।

Sawan Somwar Vrat 2023: सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को, जानें व्रत नियम, विधि और महत्व
Sawan Somwar Vrat 2023:सावन माह 4 जुलाई से प्रारंभ हो चुका है। यूं तो हर सप्ताह में सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। लेकिन, महादेव की पूजा के लिए श्रावण सोमवार का विशेष महत्व है। इस बार अधिक मास के चलते श्रावण माह में 8 सावन सोमवार व्रत पड़ेंगे। सावन का पहला सोमवार व्रत 10 जुलाई को रखा जाएगा, जबकि आठवां सोमवार व्रत 28 अगस्त को रहेगा।
सावन सोमवार व्रत 2023 की तिथियां
सावन का पहला सोमवार- 10 जुलाई
सावन का दूसरा सोमवार- 17 जुलाई
सावन का तीसरा सोमवार- 24 जुलाई
सावन का चौथा सोमवार- 31 जुलाई
सावन का पांचवा सोमवार- 07 अगस्त
सावन का छठा सोमवार- 14 अगस्त
सावन का सातवां सोमवार- 21 अगस्त
सावन का आठवां सोमवार- 28 अगस्त
सावन सोमवार व्रत विधि
सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर व्रत का संकल्प लें। अब पूजा स्थल की साफ सफाई कर वेदी स्थापित करें। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। सुबह शाम शिव परिवार की पूजा-अर्चना करें। तिल के तेल का दीपक जलाएं और भगवान शिव को सफेद फूल अर्पित करें। भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें और शिप चालीसा का पाठ करें। शिवलिंग का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करें और सुपारी, पंचामृत, नारियल और बेलपत्र चढ़ाएं। सावन व्रत कथा का पाठ करना न भूलें। भगवान शिव को भोग लगाएं। शाम को पूजा समाप्ति के बाद व्रत खोल सकते हैं।
सावन महीने का महत्व
शास्त्रों के अनुसार, श्रावण मास भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे श्रेष्ठ माह होता है। इस समय देवों के देव महादेव समस्त सृष्टि का संचालन करते हैं। शास्त्रों में ऐसा वर्णन मिलता है कि श्रावण मास में महीने माता पार्वती ने निराहार रहकर भोलेनाथ को पति रूप में पाने के लिए कठोर व्रत किया था। इसी कारण ये महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय है। इस महीने शिवभक्त शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं। सावन महीने में रुद्राभिषेक करना भी काफी फलदायी बताया जाता है।