Grahan 2021: भारत में शनिवार को शाम 5 बजे से मंगल का अस्त्र चंद्रग्रहण दिखाई देगा। यह उभार पृथ्वी और मंगल के बीच सीधे आने वाले अर्धचंद्राकार चंद्रमा का परिणाम होगा और यह केवल भारत, इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीका के पश्चिमी तट से दिखाई देगा।
शनिवार को एक खगोलीय घटना होने जा रही है, जिसमें ग्रहण लगने जा रहा है, लेकिन यह सूर्य या चंद्रमा पर नहीं बल्कि मंगल ग्रह पर लगेगा। इसमें मंगल ग्रह चंद्रमा के पीछे छिप जाएगा। इस घटना को मून-मार्स ऑकल्चरेशन कहा जाता है। वैसे तो यह घटना वर्ष में दो बार होती है, इसलिए बहुत अधिक दुर्लभ तो नहीं है, लेकिन किसी स्थान विशेष के लिए यह इतनी सामान्य भी नहीं है। भारत में पिछली बार यह घटना 10 मई, 2008 को दिखाई दी थी।
इस घटना के दौरान, चंद्रमा लगभग डेढ़ घंटे के लिए पूरी तरह से मंगल ग्रह को कवर करेगा। मंगल का एक चंद्रग्रहण तब होता है जब चंद्रमा मंगल के सामने से गुजरता हुआ दिखाई देता है और लाल ग्रह को ग्रहण करता है। इस तरह के मनोगत पृथ्वी से वर्ष में दो बार दिखाई देते हैं। शनिवार शाम को लोग चंद्रमा के बगल में रात के आकाश में मंगल को लाल बिंदु के रूप में देख पाएंगे।
आज शाम पांच बजे भारत में आसमान में एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखी जा सकती है। इसमें चंद्रमा पृथ्वी और मंगल के बीच आएगा। इसे दूरबीन की सहायता के बिना ही देखा जा सकेगा। हैनली स्थित भारतीय वेधशाला के प्रभारी निदेशक फुंटसोक ने कहा है कि आज शाम लगभग साढे पांच बजे जब पृथ्वी और मंगल के बीच चंद्रमा आएगा, तब मंगल चन्द्रमा को ढक लेगा और इससे अर्द्ध चन्द्र का अद्भुत नजारा दिखाई देगा।