Ramadan 2019: आ गई पाक महीने के शुरू होने की तारीख, जानें सहरी-इफ्तारी का टाइम टेबल
By गुलनीत कौर | Published: May 5, 2019 01:05 PM2019-05-05T13:05:38+5:302019-05-05T16:46:00+5:30
लगभग एक महीना रोजे रखने का उद्देश्य पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को याद करना है। रमजान का पाक महीना मुस्लिम लोगों के लिए बेहद खास होता है। माना जाता है कि इन माह में जन्नत के दरवाज खुल जाते है।
रमजान का पाक महीना शुरू होने जा रहा है। इस पूरे महीने मुस्लिम समुदाय के लोग रोजे यानी उपवास करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र महीने रोजे रखने, नमाज और कुरआन पढ़ने, दुआ करने, जकात देने आदि से अल्लाह ताला रोजेदारों की तमाम गुनाह माफ कर देते हैं। सऊदी अरब से आई खबर के मुताबिक इस फर्श रमजान का पाक महीना 6 मई, दिन सोमवार से शुरू होगा। शाबान 5 मई, दिन रविवार को है।
5 मई की रात सऊदी अरब में चांद का दीदार होने के बाद भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और दक्षिण एशिया समेत यूएस, यूके और यूरोपीय देशों में भी रमजान का आगाज हो जाएगा। आपको बता दें कि सभी शहरों में सहरी और इफ्तारी का समय (Sehri and Iftar Timings 2019) अलग-अलग हो सकता है। सहरी और इफ्तार का समय सूर्योदय और सूर्यास्त पर निर्भर है, और वे हर दिन बदलते हैं। अगर आपको दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, लखनऊ और भोपाल का सहरी और इफ्तारी का समय जानना हिया तो यहां क्लिक करके जानें।
रमजान क्या है और इसका क्या महत्त्व है? (Ramadan facts and history)
लगभग एक महीना रोजे रखने का उद्देश्य पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को याद करना है। रमजान का पाक महीना मुस्लिम लोगों के लिए बेहद खास होता है। माना जाता है कि इन माह में जन्नत के दरवाज खुल जाते है। इस माह में की गई इबादतों का सबाब अन्य माह से दोगुना मिलता है। इस माह का इंतजार बहुत ही शिद्दत के साथ लोगों को होता है।
रमजान के दौरान किन-किन चीजों से बचना चाहिए
अपशब्दों का प्रयोग
रमजान केवल भोजन से उपवास नहीं है, यह बुरे कार्यों से भी उपवास है। यह आपको आत्म-जागरूक बनाने वाला है, इसलिए अपने मुंह से निकलने वाली हर चीज के बारे में सोचें और खुद से पूछें कि क्या यह कुछ अच्छा है। झूठ बोलने, गपशप करने, पीछे हटने, असभ्य, शपथ लेने से बचने की कोशिश करें।
चुइगंम चबाने से बचें
रमजान के महीने में रोजेदारों को चुइगंम चबाने से बचने चाहिए। क्योंकि इससे आपका रोजा टूट सकता है। इसका कारण यह है कि चुइगंम चबाने से आपका थूक निकलता है और अगर गलती से थूक अंदर चला गया, तो रोजा मकरूह हो जाता है।
यौन गतिविधियों से बचें
इस बात में काफी सच्चाई है कि रमजान के दौरान यौन गतिविधियों में शामिल होने से बचना चाहिए। हालांकि रोजे के घंटों के दौरान लागू होता है, रात के दौरान नहीं।
पानी पीने से बचें
बेशक यह यातना की तरह लग सकता है, खासकर गर्मी के महीने में 17 घंटे से अधिक समय तक भूखे प्यासे रहते हैं। हालांकि आप सहरी में और इफ्तार के बाद पानी पी सकते हैं।