Pitru Paksha 2022: श्राद्ध पक्ष 10 सितंबर से होगा शुरू, इस दौरान अवश्य करें ये 5 काम, पितरों की आत्मा को मिलेगी शांति

By रुस्तम राणा | Updated: September 6, 2022 18:22 IST2022-09-06T18:22:29+5:302022-09-06T18:22:29+5:30

Pitru Paksha 2022: 15 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में पितृ तर्पण हेतु श्राद्ध कर्म किए जाते हैं, जो मुख्य रूप से पितृ ऋण चुकाने के लिए किया जाता है। ऐसा करने से पितृगण प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। 

Pitru Paksha 2022 Starts 10 September Do these 5 things during Pitru Paksha | Pitru Paksha 2022: श्राद्ध पक्ष 10 सितंबर से होगा शुरू, इस दौरान अवश्य करें ये 5 काम, पितरों की आत्मा को मिलेगी शांति

Pitru Paksha 2022: श्राद्ध पक्ष 10 सितंबर से होगा शुरू, इस दौरान अवश्य करें ये 5 काम, पितरों की आत्मा को मिलेगी शांति

Pitru Paksha 2022: पितृ पक्ष 10 सितंबर भाद्रपद पूर्णिमा से शुरू हो रहा है, जिसका समापन 25 सितंबर सर्व पितृ अमावस्या के दिन होगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद पूर्णिमा से पितृ पक्ष प्रारंभ होता है, जो आश्विन मास की अमावस्या तक चलता है। 15 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में पितृ तर्पण हेतु श्राद्ध कर्म किए जाते हैं, जो मुख्य रूप से पितृ ऋण चुकाने के लिए किया जाता है। किंतु श्राद्ध करते समय कुछ कार्य नितांत ही आवश्यक माने गए हैं। इनके बिना श्राद्ध पूर्ण नहीं माना जाता है। 

इन चीजों के साथ करें पितरों का तर्पण

नियमों के अनुसार, श्राद्ध पक्ष में रोजाना अपने दिवंगत पूर्वजों के तर्पण हेतु जल, जौं और काले तिल के साथ पुष्पों का प्रयोग करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से पितृगण प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। 

श्राद्ध के दिन खिलाएं ब्राह्मणों को भोजन

श्राद्ध पक्ष में पितरों की मृत्यु तिथि के दिन श्राद्ध करने का विधान होता है। इस दिन पूर्वजों के निमित्त विशेष भोजन बनाया जाता है। श्राद्ध तिथि के दिन बाह्रणों को भी भोजन कराना चाहिए। ऐसा करने से पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है।

पितरों के नाम से कराएं भागवत कथा

श्राद्ध पक्ष में पितरों के नाम से श्रीमद् भागवत कथा करवाने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। कहते हैं इससे उनकी आत्मा तृप्त होती है। उनके नाम से गरूड़ पुराण का पाठ, नारायण बली, त्रिपिंडी श्राद्ध करना उत्तम माना गया है। ऐसा करने से कुंडली में पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।

पीपल के पेड़ की करें पूजा

श्राद्ध के दौरान प्रतिदिन पीपल या बरगद के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। दोनों वृक्ष देवतुल्य हैं। इन पर जल और काले तिल चढ़ाने से पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है और जातकों के जीवन में धन-समृद्धि आती है।

श्राद्ध में इन्हें जरूर कराएं भोजन

श्राद्ध पक्ष में गाय, कुत्ते, कौवे और चींटियों को भोजन कराना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से पितृगण प्रसन्न होते हैं और वे अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

Web Title: Pitru Paksha 2022 Starts 10 September Do these 5 things during Pitru Paksha

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