Pitru Paksha 2019: बिहार के गया में पितृपक्ष मेला शुरू हो गया है। इसके साथ ही यहां पिंडदान और श्राद्ध के लिए आने वाले लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है। गया में देश-विदेश से हजारों लोग श्राद्ध और पिंडदान के लिए आते हैं। इस बार बिहार के पर्यटन विभाग ने उन लोगों के लिए ई-पिंडदान के पैकेज की सुविधा भी शुरू कर की है जो किसी कारणवश गया नहीं आ पाते हैं। हालांकि, इस पर विवाद भी शुरू हो गया है। पर्यटन विभाग के इस पैकेज को तीर्थ पुरोहित (गया का पंडा समाज) धर्म के साथ मजाक बता रहे हैं।
Pitru Paksha 2019: ई-पिंडदान क्या है
ई-पिंडदान के लिए श्रद्धालुओं को पहले बुकिंग कराना होगा। इसके लिए खास वेबसाइट pitrapakshgaya.com जारी किया गया है। ई-पिंडदान का पैकेज 12 से 28 सितंबर के बीच लिया जा सकता है। इस सुविधा के तहत देश-विदेश के लोग पैकेज के माध्यम से घर बैठे पितरों का तर्पण और पिंडदान कर सकते हैं। इसके लिए 19 हजार की दक्षिणा के साथ जीएसटी के लिए 950 रुपये का भुगतान करना होगा।
इसके बाद श्रद्धालु का रजिस्ट्रेशन होगा और गया में उनके पितरों का तर्पण और पिंडदान किया जायेगा। पैकेज के तहत विष्णुपद मंदिर औक अक्षयवट में पिंडदान और फल्गु में तर्पण का कराया जाएगा। प्रक्रिया के बाद पूजन सामग्री, दान-दक्षिणा, कर्मकांड की वीडियो क्लीपिंग, फोटोग्राफ आदि सभी श्रद्दालु हासिल कर सकते हैं।