लाइव न्यूज़ :

अक्टूबर महीने के ये दिन आपके लिए हैं बेहद खास, इन उपायों से मिलेंगे शुभ परिणाम, चमक जाएगी किस्मत

By गुणातीत ओझा | Updated: October 7, 2020 21:25 IST

इस साल का यह अक्टूबर महीना आपके लिए खास साबित हो सकता है। इस महीने चार ग्रह अपनी स्थिति बदल रहे हैं। इसके साथ ही इस महीने में कुछ दिन ऐसे हैं जो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत शुभ हैं और फलदायी भी हैं।

Open in App
ठळक मुद्देइस साल का यह अक्टूबर महीना आपके लिए खास साबित हो सकता है।इस महीने में कुछ दिन ऐसे हैं जो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत शुभ हैं और फलदायी भी हैं।

इस साल का यह अक्टूबर महीना आपके लिए खास साबित हो सकता है। इस महीने चार ग्रह अपनी स्थिति बदल रहे हैं। इसके साथ ही इस महीने में कुछ दिन ऐसे हैं जो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत शुभ हैं और फलदायी भी हैं। इस महीने मलमास खत्म होने के साथ ही नवरात्र शुरू हो जाएंगे। शरद पूर्णिमा भी इस महीने पड़ने वाली है। आपको बता दें कि शास्त्रों में इन दिनों को बहुत ही ज्यादा खास माना गया है। आइए आपको बताते हैं अक्टूबर में पड़ने वाले इन शुभ दिनों के बारे में..

रविपुष्य शुभ योग

11 अक्टूबर को रविवार है और इस दिन ही रविपुष्य शुभ योग बन रहा है। रविपुष्य योग, गुरु पुष्य योग की ही तरह है और शुभ फलदायी भी होता है। इस दिन अशुभ योग दूर होते हैं। इस दिन आप कोई भी शुभ कार्य शुरू कर सकते हैं या नया वाहन और जमीन खरीद सकते हैं। इस दिन चंद्रमा अपनी राशि कर्क में रहेंगे, जो चंद्रमा की खुद की राशि है यानी चंद्रमा बलवान होंगे। इसे भी शुभ योग माना जाता है। सबसे जरूरी बात इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। इस योग को ज्योतिष शास्त्र में अतिशुभ फलदायी माना गया है।

पुरुषोत्तम कामिका एकादशी

13 अक्टूबर को मंगलवार है और इस दिन ही पुरुषोत्तम कामिका एकादशी भी है। इस एकादशी पर व्रत रखने वालों को वाजपेय यज्ञ के बराबर फल मिलता है। मलमास में इस एकदाशी के पड़ने से इस दिन का महत्व और भी ज्यादा हो जाता है। साथ ही साथ इस दिन शुभ योग नामक योग भी बन रहा है। यह योग हमेशा शुभ फल ही देता है। इस योग में आपको निवेश का अच्छा फायदा मिलेगा। इस दिन कोई भी नया कार्य शुभ फलदायी होगा।

मासशिवरात्रि

15 अक्टूबर को गुरुवार है और इस दिन ही मासशिवरात्रि है। इस दिन भगवान शिव भक्तों की साधना से खुश होकर सुख-समृद्धि और वैभव का आशीर्वाद देते हैं। समृद्धिदायक ब्रह्म योग भी इस दिन बन रहा है, ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि इस दिन कार्य शुरू करने वालों को मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। अगर कोई शांति दायक कार्य करना हो तो यह योग बहुत उत्तम माना जाता है। इसके साथ ही इस दिन ऐन्द्र योग भी बन रहा है। धन संबंधित कार्य करने के लिए यह योग बहुत ही शुभ फलदायी माना जाता है।

वृद्धिदायक योग

26 अक्टूबर को सोमवार और इस दिन वृद्धि योग भी बन रहा है। वृद्धिदायक योग में किए गए कार्य से बरकत मिलती है। अगर आप नया रोजगार या व्यापार शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो यह आपके लिए उत्तम दिन है। इस दिन सोना-चांदी की खरीददारी कर सकते हैं। इस दिन दुर्गा विसर्जन भी है और भरत मिलाप जैसा संयोग भी है। विजयदशमी के अगले दिन भगवान राम और उनके भाई भरत का मिलाप हुआ था।

शरद पूर्णिमा

31 अक्टूबर को शनिवार है और इस दिन शरद पूर्णिमा भी है। शरद पूर्णिमा को शुभ तिथि माना जाता है। शरद पूर्णिमा के महालक्ष्मी का जन्म हुआ था। इस दिन को धन समृद्धि दायक माना गया है। इस रात महालक्ष्मी की उपासना करने से शुभ फल मिलते हैं। इस दिन लक्ष्मी माता का व्रत भी किया जाता है। इसे कोजागरा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन महालक्ष्मी का नाम लेकर किया गया कार्य हमेशा सफल होता है।

टॅग्स :धार्मिक खबरेंज्योतिष शास्त्रज्योतिषीय संकेतत्योहार
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 06 December 2025: आज आर्थिक पक्ष मजबूत, धन कमाने के खुलेंगे नए रास्ते, पढ़ें दैनिक राशिफल

पूजा पाठPanchang 06 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 December 2025: आज 4 राशिवालों पर किस्मत मेहरबान, हर काम में मिलेगी कामयाबी

पूजा पाठPanchang 05 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठPanchang 04 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 04 December 2025: आज वित्तीय कार्यों में सफलता का दिन, पर ध्यान से लेने होंगे फैसले

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 03 December 2025: आज इन 3 राशि के जातकों को मिलेंगे शुभ समाचार, खुलेंगे भाग्य के द्वार

पूजा पाठPanchang 03 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठVaishno Devi Temple: मां वैष्णो देवी की यात्रा में गिरावट, पिछले साल के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या घटी

पूजा पाठPanchang 02 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय