Kharmas/Meena Sankranti 2021: हिंदू पंचांग के अनुसार जब भी सूर्य अपनी राशि बदलते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार इसी दौरान सूर्य जब धनु या फिर मीन में प्रवेश करते हैं तब खरमास या मलमास लगता है। ऐसे में अगले करीब एक महीने के लिए शुभ और मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं।
साल में ऐसा दो बार होता है। इस महीने में 14 मार्च को राशि परिवर्तन हो रहा है। सूर्य मीन राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में इस बार मीन संक्रांति 14 मार्च, 2021 (रविवार) को पड़ेगा।
मीन संक्रांति में नामकरण, विद्या आरंभ, अन्न प्राशन, कर्ण छेदन, उपनयन संस्कार, विवाह संस्कार, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों को वर्जित माना गया है। करीब एक महीने के बाद जब गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होगी, तो एक बार फिर शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी।
मीन संक्रांति: दान का होता है महत्व, जानें शुभ मुहूर्त
मीन संक्रांति के दिन पुण्य काल का समय शाम 06:18 मिनट से 06:29 मिनट तक का है। ये अवधि करीब 11 मिनट की है। इस दिन अपने अराध्य देव की अराधना करनी चाहिए। सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। तिल, वस्त्र और अनाज आदि का दान भी शुभ माना गया है। इससे पहले गंगा, यमुना आदि पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है।
खरमास-2021: मलमास कब से कब तक लगेगा और क्या नहीं करें
खरमास या जिसे मलमास भी कई जगह कहा जाता है, इसकी शुरुआत 14 मार्च को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर हो रही है। इस दौरान सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 14 अप्रैल को सुबह 2 बजकर 33 मिनट तक सूर्य इसी राशि में रहेंगे। सूर्य के राशि बदलते ही खरमास खत्म हो जाएगा।