Malmas 2019: शुरू हो चुका है मलमास का महीना, जान लें इस माह के ये 3 जरूरी नियम वरना होगा पछतावा

By मेघना वर्मा | Published: December 14, 2019 10:33 AM2019-12-14T10:33:07+5:302019-12-14T10:33:07+5:30

मलमास या खरमास में किसी भी तरह का कोई मांगलिक कार्य ना करें। जैसे शादी, सगाई, वधु प्रवेश, द्विरागमन, गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नए व्यापार का आरंभ आदि ना करें।

Malmas kharmas ke upay niyam in hindi kya kare kya na kare malmas mein kharmas significance in hindi | Malmas 2019: शुरू हो चुका है मलमास का महीना, जान लें इस माह के ये 3 जरूरी नियम वरना होगा पछतावा

Malmas kharmas ke upay niyam in hindi kya kare kya na kare malmas mein kharmas significance in hindi

Highlightsमांगलिक कार्यों के सिद्ध होने के लिए गुरु का प्रबल होना बहुत जरुरी है।हिन्दू पंचाग की मानें तो जब से सूर्य बृहस्पति राशि में प्रवेश करता है तभी से खरमास या मलमास या अधिकमास प्रारंभ हो जाता है।

हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले शुभ समय या मुहूर्त जरूर देखते हैं। साथ ही सूर्य के चाल को भी जरूर ध्यान में रखते हैं। इस कारण से ही खरमास के महीने में किसी भी तरह के शुभ काम नहीं किए जाते। माना जाता है इस महीने में सूर्य की चाल धीमी हो जाती है। इसलिए कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं होता। 

हिन्दू पंचाग की मानें तो जब से सूर्य बृहस्पति राशि में प्रवेश करता है तभी से खरमास या मलमास या अधिकमास प्रारंभ हो जाता है। हिन्दू धर्म में इस महीनें को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस महीने में किसी भी तरह के नए काम या शुभ काम नहीं किए जाते हैं। खरमास महीने के अपने अलग नियम होते हैं। 

मलमास को मलिन मास माना जाता है। इस महीने में हिन्दू धर्म के विशिष्ट व्यक्तिगत संस्कार जैसे नामकरण, यज्ञोपवीत, विवाह और कोई भी धार्मिक संस्कार नहीं होता है। मलिन मास होने के कारण इस महीने को मलमास भी कहा जाता है। 

कब से लग रहा है खरमास

ज्योतिषाचार्य की मानें तो दिसंबर 16 से खरमास या अधिकमास शुरू हो जाएगा। इसी दिन से सूर्य बृहस्पति में प्रवेश करेगा। हलांकि अभी बहुत से लोगों के बीच इस बात को लेकर कंफ्यूजन है कि अधिक मान 13 दिसंबर नहीं बल्कि 16 दिसंबर से लग रहा है। जो मकर संक्रांति 2020 यानी 14 जनवरी 2020 तक चलेगा। 

खरमास के ये हैं नियम

1. खरमास का महीना एक ऐसा महीना है जिसमें दान और पुण्य करने का सबसे अधिक फल मिलता है। इस महीने में आप जितने जरूरतमंदों और गरीबों की मदद करेंगे उतना ही आपको लाभ होगा।

2. इस महीने में सेहत और समृद्धि के लिए हर लोज सूर्य को जल चढ़ाने का नियम बना लें। सूर्योदय से पहले उठकर स्नानादि कर लें। इसके बाद चढ़ते सूरज को अर्घ्य दें। ऐसा करना आपको शुभ फल देगा।

3. इस महीने गोशाला जरूर जाएं। गायों को गुड़ और हरा चना खिलाएं। ऐसा संभव ना हो तो घर में गाय की मूर्ती या तस्वीर लगाएं। इस पूरे महीने गाय की पूजा जरूर करें। ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण आपसे बेहद प्रसन्न होंगे।

12 दिसंबर तक ही है शुभ मुहूर्त

नवंबर से शुरू होने वाले सभी शुभ काम दिसंबर 12 तक ही किए जाएंगे। शादी के मुहूर्त की बात करें तो वह 12 दिंसबर तक ही है। इसके बाद सभी काम 15 जनवरी 2020 से शुरू होंगे।16 दिसंबर से ही खरमास या अधिकमास शुरू हो जाएगा।

खरमास में ना करें ये काम

मलमास या खरमास में किसी भी तरह का कोई मांगलिक कार्य ना करें। जैसे शादी, सगाई, वधु प्रवेश, द्विरागमन, गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नए व्यापार का आरंभ आदि ना करें। मांगलिक कार्यों के सिद्ध होने के लिए गुरु का प्रबल होना बहुत जरुरी है। बृहस्पति जीवन के वैवाहिक सुख और संतान देने वाला होता है। मलमास के दौरान, गंगा और गोदावरी के साथ-साथ उत्तर भारत के उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान, राज्यों में सभी मांगलिक कार्य व यज्ञ करना निषेध होता है। 

English summary :
Malamas are considered as malin maas. In this month any kind of auspicious events like naamkaran, yagyopaveet, marriage and no other religious rites are avoid. This month is also known as kharmas.


Web Title: Malmas kharmas ke upay niyam in hindi kya kare kya na kare malmas mein kharmas significance in hindi

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