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VIDEO महाशिवरात्रि 2018: करें शिव के इन 2 मंत्रों का जाप, होगी सभी इच्छाओं की पूर्ति

By गुलनीत कौर | Updated: February 13, 2018 14:56 IST

भगवान शिव से किसी विशेष इच्छा के लिए फल पाना हो तो शिवतांडव स्तोत्रम का पाठ करना लाभकारी माना जाता है।

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महाशिवरात्रि पर चारों ओर 'हर हर महादेव' की आवाज गूंजती है। शिव मंदिर सज जाते हैं, मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। सभी अपनी श्रद्धा के अन्जुसार भगवान शिव की पूजा करते हैं और उन्हें चढ़ावा अर्पण करते हैं। पूजा के साथ इसदिन शिव मंत्रों के जाप का भी विशेष महत्व होता है। आइए आपको बताते हैं कि शिवजी के किस मंत्र का जाप कैसा फल दिलाता है। 

शिवतांडव स्तोत्रम

रावण-स्त्रोत या शिव तांडव स्त्रोत, इसे महापंडित रावण द्वारा ही रचा गया था। शास्त्रों के अनुसार यह एक शक्तिशाली मंत्र है और इसके सही उच्चारण सहित जाप करने से विशेष लाभ मिलते हैं। मान्यतानुसार प्रदोष समय में इस पाठ का गान करने या पढ़ने से लक्ष्मी स्थिर रहती है। धन संबंधी समस्याएं कम होने लगती हैं। इसके अलावा इस पाठ को पढने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है।

भगवान शिव से किसी विशेष इच्छा के लिए फल पाना हो तो शिवतांडव स्तोत्रम का पाठ करना लाभकारी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस पाठ को नियमित रूप से किया जाए तो व्यक्ति को उत्कृष्ट व्यक्तित्व की प्राप्ति होती है। वह तेजस्वी बनता है और समाज में उच्च पड़ हासिल करता है। यदि इस महाशिवरात्रि आप भी इस शिव पाठ से लाभ पाना चाहते हैं तो यहां दी गई विडियो में ध्यानपूर्वक सुनें शिवतांडव स्तोत्रम और फिर आप भी इसका गान कर पाएं विभिन्न लाभ:

यह भी पढ़ें: महाशिवरात्रि 2018: सजे हैं शिवालय, भगवान शिव इन तरीकों से होंगे प्रसन्न

महामृत्युंजय मंत्र

महादेव के शक्तिशाली मंत्रों में से एक है 'महामृत्युंजय मंत्र', जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, इस मंत्र का जाप मृत्यु को भी टाल सकता है। हिन्दू धर्म की मान्यतानुसार इस मंत्र का जाप असाध्य रोगों से मुक्ति और अकाल मृत्यु से बचने के लिए लाभकारी माना गया है। यह मंत्र इंसान को मौत के मुंह से बाहर निकालने वाला माना जाता है। 

किन्तु इस मंत्र का जाप करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह एक शकितिशाली मंत्र है। जिस प्रकार इसका सही उच्चारण व्यक्ति को मृत्यु से बचाता है, ठीक इसी प्रकार इसके गलत जाप से नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है। इसलिए संभव हो तो किसी कर्मकांडी से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करवाएं। यदि आप स्वयं जाप कर रहे हैं तो केवल रुद्राक्ष की माला से जाप करें। धीमी आवाज में इसका जाप करें, जाप करते समय उच्चारण होंठों से बाहर नहीं आना चाहिए। सही उच्चारण को सीखने के लिए इस विडियो का सहारा लें:

यह भी पढ़ें: महाशिवरात्रि 2018: शिवलिंग की पूजा व परिक्रमा करते वक्त कतई न करें ये काम, होता है अशुभ!

टॅग्स :महाशिवरात्रिभगवान शिवहिंदू धर्म
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