Lunar Eclipse 2019: चंद्र ग्रहण खत्म होते ही सबसे पहले जरूर करें ये काम, खत्म हो जाएंगे सभी बुरे प्रभाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 16, 2019 12:01 PM2019-07-16T12:01:11+5:302019-07-16T12:12:36+5:30
चंद्र ग्रहण के दौरान खाना या पानी नहीं पीना चाहिए। साथ ही कई और ऐसे काम हैं जिसे नहीं करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में ये भी जान लीजिए कि चंद्र ग्रहण के बाद कौन से काम सबसे पहले करने चाहिए....
Chandra Grahan July 2019: गुरु पूर्णिमा के मौके पर 16 जुलाई (मंगलवार) की आधी रात के बाद लगने जा रहे चंद्र ग्रहण का सूतक शाम 4.31 बजे से शुरू हो जाएगा। हिंदू मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में किसी भी शुभ काम सहित भगवान की मूर्ति के स्पर्श की भी मनाही हो जाती है। साथ ही कई दूसरे नियम भी लागू हो जाते हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं को सूतक काल और फिर ग्रहण के दौरान खुद का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि ग्रहण से सारी चीजें अशुद्ध हो जाती है। ऐसे में उन्हें साफ-सुथरा कर ही दोबारा इस्तेमाल में लाना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान खाना या पानी नहीं पीना चाहिए। साथ ही बाहर नहीं जाने की भी सलाह दी जाती है। यही नहीं, गर्भवती महिलाओं को तो विशेष तौर पर चाकू, ब्लेड, कैंची जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इससे गर्भ में पल पहे बच्चे के विकास पर असर पड़ता है और वह पूर्ण विकसीत नहीं हो पाता है। साथ ही ग्रहण के दौरान यौन संबंध बनाने से भी बचना चाहिए। इन तमाम नियमों का हालांकि कोई वैज्ञानिक आधार तो नहीं है लेकिन धार्मिक रूप से ये नियम जरूरी हैं। ऐसे में ये भी जान लीजिए कि चंद्र ग्रहण के बाद कौन से काम सबसे पहले करने चाहिए....
Chandra Grahan: चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें?
चंद्र ग्रहण के समाप्त होने के बाद सबसे पहले जरूरी है घरों की अच्छे से साफ-सफाई कर ली जाए और फिर स्नान आदि कर दूसरे काम शुरू करें
- सबसे पहले अपने घर की साफ-सफाई करें। इसके बाद घर में बिस्तर पर चादर, कम्बल, पर्दे आदी को भी साफ किया जाना चाहिए।
- इसके बाद स्नान आदि कर घर के मंदिर की भी अच्छे से सफाई करें। भगवान की मूर्तियों पर गंगा जल छिड़के और वस्त्र आदि साफ करें।
- मंदिर की सफाई के बाद भगवान की पूरी श्रद्धा से पूजा करें और दीप जलाएं। शिव की विशेष पूजा करें। ग्रहण के बाद शिव की पूजा का काफी महत्व है।
- इसके बाद दान भी जरूर करें। अपने पूर्वजों और भगवान को याद कर मंदिर में या गरीबों को अन्न जैसे चावल, आटा, दाल आदि दान करें। अन्न के अलावा वस्त्र भी दान कर सकते हैं।
- ग्रहण के बाद तुलसी के पौधे पर गंगा जल छिड़कें और घर में धूप या अगरबत्ती दिखाएं। पूजा-पाठ और दान के बाद ही घर में कुछ पकाएं।