इन ग्रहों की दशा से तय होता है.. कैसा रहेगा आपका स्वास्थ्य, कमजोर हो जाती है इम्युनिटी
By गुणातीत ओझा | Published: June 25, 2020 12:17 PM2020-06-25T12:17:29+5:302020-07-10T12:19:31+5:30
कोरोना जैसी बीमारी के दौर में स्वास्थ्य को ठीक रखना दिनचर्या का एक बहुत जरूरी अंग बन गया है। आपको बता दें कि ऐसे में दवाइयों के साथ-साथ ग्रह दशा का भी ध्यान रखना चाहिए। ग्रहों की चाल आपका आने वाले समय में स्वास्थ्य निर्धारित करती है।
हमारे स्वास्थ्य और ग्रहों की दशा के बीच संबंधों के तार का रहस्य चौंका देने वाला है। शास्त्रों में कहा गया है कि ग्रहों की चाल आपका स्वास्थ्य भी निर्धारित करती है। कई लोगों का स्वास्थ्य बहुत अच्छा होता है, उनकी स्वास्थ्य समस्याएं झट से दूर हो जाती हैं। कई ऐसे भी लोग होते हैं जिनका स्वास्थ्य अकसर खराब ही रहता है। कई लोग बहुत जल्दी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। मौसम का थोड़ा बदलाव भी कई लोगों को सर्दी-जुकाम के चपेट में ले लेता है। आइये अब आपको बताते हैं कुंडली में ग्रह किस तरह आपके स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार होता है...
-जिन लोगों की कुंडली में लग्नेश ग्रह छटे या आठवे भाव में होता है या अपनी नीच राशि में होता है या लग्नेश ग्रह षष्टेश या अष्टमेश ग्रह के साथ होता है तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है।
-अगर कुंडली का लग्न भाव बहुत ज्यादा पीड़ित हो तो भी व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है।
-जिन लोगों की कुंडली में चन्द्रमा छटे भाव में होता है उन लोगों की इम्युनिटी भी कमजोर होती है और ऐसे लोग जल्दी ही बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
-चन्द्रमा का आठवें भाव में होना और नीच राशि में होना भी इम्युनिटी को कमजोर बनाता है।
-अगर कुंडली के छटे या आठवें भाव में कोई बड़े नकारात्मक ग्रह-योग बने हुए हों तो ऐसे में भी व्यक्ति अक्सर बीमारियों की चपेट में आ जाता है।
उपाय जो देंगे राहत
-योग्य ज्योतिषी की सलाह से अपने लग्नेश ग्रह का रत्न जरूर धारण करें।
-अपनी कुंडली के लग्नेश ग्रह के बीज मंत्र की रोज एक माला जाप करें।
-महामृत्युंजय मंत्र का रोज एक माला का जाप करें।
-प्रतिदिन सुबह सूर्य भगवान को जल का अर्घ्य अवश्य दें।