हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले शुभ तिथी देखी जाती है। किसी भी कार्य में सबसे पहले मुहूर्त और ग्रहों तथा नक्षत्रों की चाल देखी जाती है। वहीं 13 दिसंबर से खरमास लग रहा है। इस महीने में सारे शुभ कार्य बंद हो जाते हैं। ये स्थिति लगभग एक माह होती है। सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है। जिसके बाद सभी शुभ काम करना वर्जात माना जाता है।
सूर्य का किसी भी राशि में प्रवेश संक्रांति कहलाता है। जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करता है तो इसे धनु संक्रांति कहते हैं। इसमें सूर्य का प्रवेश विशेष परिणाम पैदा करता है। शास्त्रों की मानें तो इस समय कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं होते। साथ ही बीमारियां और रोग बढ़ जाते हैं। आइए आपको बताते हैं कौन से हैं वो काम जो आपको खरमास में नहीं करना चाहिए।
1. विवाह करना है वर्जित
हिन्दू धर्म में किसी विवाह को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। विवाह का बड़ा उद्येश्य सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। धनु राशि को सम्पन्ना और भाग्य की राशि भी माना जाता है। माना जाता है कि इस समय अगर विवाह किया जाए तो ना तो भावनात्मक सुख मिलता है और ना ही सभी चीजें शुभ होती है। इसके अलावा भाग्य भी कमजोर पड़ जाता है। इसलिए खरमास के महीने में शादी करने से बचना चाहिए।
2. ना शुरू करें नया काम
खरमास के महीने में नया कार्य ना शुरू करें। ऐसा करना आपकी आर्थिक स्थिती को मुश्किलों में डाल सकता है। मान्यता है कि इस महीने शुरू किए गए सभी कार्य बीच में ही रुक जाते हैं। या सफल नहीं हो पाते इसलिए खरमास के महीने में कोई भी नया काम ना शुरू करें।
3. ना करवाएं बच्चें का मुंडन
खरमास के महीने में बच्चें का मुंडन जैसे शुभ कार्य को भी ना करवाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से आपके रिश्ते खराब होते हैं। साथ ही बच्चे के भविष्य भी इससे खतरा हो सकता है। इसलिए मुंडन जैसे शुभ कार्य को भी खरमास के महीने में ना करवाएं।