करवाचौथ का व्रत सुहागिनों के लिए बेहद खास बताया जाता है। इस दिन शादीशुदा महिलाएं व्रत रखकर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती हैं। का इंतजार हर सुहागिन को रहता है। पति के लिए किये जाने वाले इस व्रत की तैयारी महिलाएं पहले से ही करती हैं। हिन्दूं मान्यताओं के अनुसार करवाचौथ का व्रत पति-पत्नी के रिश्ते का जश्न होता है।
करवाचौथ के दिन ना सिर्फ महिलाएं दिन भर निरजला व्रत रखकर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती हैं। उनके रिश्ते में मर्यादा और स्नेह के अनोखे संतुलन को मनाने का त्योहार है। इस साल करवाचौथ का ये व्रत 17 अक्टूबर को पड़ रहा है।
शारदीय नवरात्रि के बाद मनाए जाने वाले इस त्योहार पर महिलाएं सुबह से व्रत रखती हैं। बिना पानी पिएं शाम को चांद देखकर ही व्रत खोलती हैं। करवाचौथ की कथा पढ़ने के बाद ही यह व्रत शुरू हो जाता है। करवाचौथ पर कुछ चीजों का ध्याद देना महिलाओं को बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं वो 3 चीजें जो करवाचौथ के दिन महिलाओं को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
1. ना पहनें सफेद साड़ी
हिन्दू धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए सफेद रंग को अशुभ माना जाता है। इसलिए कोशिश करें कि करवाचौथ के दिन सफेद रंग के किसी भी कपड़े को ना पहनें। हां करवाचौथ पर आप लाल रंग के जोड़ो को या लाल रंग के कपड़ों को पहन सकती हैं। इसे शुभ माना जाता है और लाल रंग सुहाग की निशानी भी होता है।
2. काली चूड़ियों को कहें ना
अक्सर महिलाएं फैशन में काले रंग की या गाढ़े नीले रंग की चूड़ियां पहन लेती हैं। भूलकर भी करवाचौथ पर आप काले रंग की चूड़ियां ना पहनें। ऐसा करना आपके लिए अशुभ भी हो सकता है।
3. पैरों में ना पहने सोना
हिन्दू मान्यताओं में सोना यानी गोल्ड की बेहद मान्यता है। नई नवेली दुल्हन हो या पूजा पाठ, सोने को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। सिर्फ यही नहीं सोने को हमारे यहां शुभ भी माना जाता है। तो ध्यान रखें पैरों में किसी भी रूप में सोने को धारण ना करें।