पति-पत्नी के बीच प्यार और सौहार्द का त्योहार करवा चौथ इस बार 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा। पूरे देश में इस समय करवा चौथ की तैयारियां चल रही हैं। कहीं महिलाएं करवा खरीद रही हैं, कहीं पूजा का सामान तो कहीं साजो-श्रृंगार का सामान। करवा चौथ पर निराजल व्रत रखकर महिलाएं अपने पति के लम्बी उम्र की कामना करती हैं। सिर्फ शादी-शुदा ही नहीं कुंवारी लड़कियां भी इस व्रत को सु योग्य वर के लिए ये व्रत रखती हैं। लेकिन इस बार महिलाएं व्रत तो रख लेंगी मगर उसका उद्यापन नहीं कर पाएंगी। आप भी जानिए क्या है इसकी वजह
अस्त हो रहा है शुक्र
हिन्दू मान्यताओं में ग्रहों की चाल को बेहद महत्वपूर्ण बताया गया है। इस करवा चौथ यही ग्रह व्रत के उद्यापन ना कर पाने का कारण भी बन रहे हैं। दरअसल इस बार करवाचौथ पर शुक्र अस्त हो रहा है। पौराणिक मान्यताओं में शुक्र अस्त होने के समय उद्यापन नहीं किया जा सकता। हलांकि पूजा-पाठ या उपवास में किसी तरह की कोई धार्मिक बाधा नहीं आती है। बस मान्यता है कि शुक्र अस्त होने के बाद पूजा-पाठ से जुड़ा ना तो कोई सामान खरीदते हैं और ना ही व्रत का उद्यापन किया जा सकता है।
24 अक्टूबर को हो गया शुक्र अस्त
इस बार शुक्र ग्रह 24 अक्टूबर को अस्त हो रहा है जो 30 अक्टूबर तक अस्त रहेगा। चूंकी शुक्र भोग-विलास और दांपत्यजीवन का कारक माना जाता है और इस करवा चौथ शुक्र अस्त रहेगा इसलिए लोग इसे शुभ नहीं मान रहे। बताया तो ये भी जा रहा है कि इस बार सुहागिने 27 अक्टूबर को व्रत को उद्यापन भी नहीं कर पाएंगी।
ये महिलाएं कर सकती हैं व्रत का उद्यापन
वो महिलाएं जो किसी बीमारी या बल्ड प्रेशर या थाररोइड या अन्य किसी बीमारी से पीड़ित हैं वो इस करवा चौथ व्रत का उद्यापन आराम से और समय से कर सकती हैं। अन्य महिलाएं भी चाहें तो अगले दिन अपने ईष्ट देव की पूजा करके इस व्रत को खोल सकती है।