Kamika Ekadashi 2022 Mantra: कामिका एकादशी व्रत कल, इस दिन इन 5 मंत्रों का जाप करने से होंगे आपको अनेक फायदे
By रुस्तम राणा | Published: July 23, 2022 02:10 PM2022-07-23T14:10:22+5:302022-07-23T14:16:31+5:30
कामिका एकादशी व्रत रख रखने से व्रती को समस्त प्रकार के पापों से छुटकारा मिल जाता है। शास्त्रों के अनुसार, एकादशी व्रत भगवान विष्णु जी को समर्पित है। इसलिए इस दिन भगवान विष्णु जी की मंत्रोच्चारण के साथ पूजा की जाती है।
Kamika Ekadashi 2022: कामिका एकादशी व्रत 24 जुलाई, रविवार को रखा जाएगा। यह व्रत हर साल श्रावण मास कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, कामिका एकादशी व्रत रख रखने से व्रती को समस्त प्रकार के पापों से छुटकारा मिल जाता है। शास्त्रों के अनुसार, एकादशी व्रत भगवान विष्णु जी को समर्पित है। इसलिए इस दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने का विधान है। इस दिन जगत के पालनहार से जुड़े कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना बेहद लाभकारी माना जाता है। पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप करने से आपको धनलाभ, कामना पूर्ति एवं समस्त प्रकार के पापों से मुक्ति मिलेगी।
धनलाभ के लिए विष्णु मंत्र
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
इच्छा पूर्ति के लिए विष्णु मंत्र
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
ॐ विष्णवे नम:।।
आर्थिक संकट को दूर करने के लिए विष्णु मंत्र
दन्ताभये चक्र दरो दधानं,कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया, लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
भगवान विष्णु के पंचरूप मंत्र: जो समस्त प्रकार के पाप से दिलाते हैं मुक्ति
ॐ अं वासुदेवाय नम:
ॐ आं संकर्षणाय नम:
ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
ॐ नारायणाय नम:
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
कामिका एकादशी पूजा मुहूर्त
एकादशी तिथि आरंभ- शनिवार 23 जुलाई 2022 सुबह 11:27 बजे से
एकादशी तिथि समाप्त: रविवार 24 जुलाई 2022 दोपहर 01:45 बजे तक
एकादशी व्रत पारण: सोमवार 25 जुलाई 2022 सुबह 05:38 से 08:22 बजे तक
कामिका एकादसी जरूर करें ये काम
धार्मिक मान्यता के अनुसार, कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु के समक्ष तुलसी की मंजरी चढ़ाने से व्यक्ति पाप मुक्ति होता है। लेकिन, इस बात का ख्याल रखें की एकादशी के दिन तुलसी को हाथ न लगाएं। इसलिए आप इसे पहले ही तोड़कर रख लें। एकादशी के दिन तुलसी को स्पर्श करना शुभ नहीं माना जाता है।