हिंदू मान्यताओं और पुराणों के अनुसार सतयुग, त्रेता और द्वापरयुग के बाद अब पृथ्वी पर कलयुग चल रहा है। यह ऐसा युग है जब धरती पर पाप बढ़ते जाएंगे और लोग धर्म के रास्ते से भटकेंगे। इस युग में अधर्म का ही बोलबाला होगा और इसके अंत के लिए भगवान विष्णु अपने 10वें अवतार कल्कि के रूप में एक बार भी पृथ्वी पर आएंगे और सभी पापियों का संहार करेंगे। पुराणों के अनुसार कलियुग के खत्म होने के साथ बहुत मोटी धारा से लगातार वर्षा होगी और पूरी पृथ्वी जलमग्न हो जाएगी। यह प्रलय का समय होगा और सभी प्राणियों का अंत हो जाएगा।
इसके बाद 12 सूर्य एक साथ उदय होंगे जिसकी वजह से पृथ्वी का पानी फिर तेजी से सूखता चला जाएगा और नये जीवन की पृष्ठभूमि तैयार होगी। ऐसे में सवाल है कि आखिर कलयुग की उम्र अभी कितनी है और कितने सालों बाद यह युग खत्म होगा। हिंदू धर्मग्रथ भविष्य पुराण में बताया गया कि अलग-अलग युगों की अवधि क्या है और कब कलयुग का अंत होगा।
कलयुग कब खत्म होगा, क्या है गणना
पुराण के अनुसार मानव का एक साल देवताओं के एक अहोरात्र यानी दिन-रात के बराबर होता है। इसमें उत्तरायण को दिन और दक्षिणायन को रात कहा गया है। एक सूर्य संक्रांति से दूसरी संक्रांति की अवधि को सौर मास कहा जाता है। यह मास आम तौर पर 30 या 31 दिन का होता है। ऐसे में 12 सौर मास का 1 सौर वर्ष ही देवताओं का एक अहोरात्र होता है। ऐसे ही 30 अहोरात्र, देवताओं के एक माह और 12 मास एक दिव्य वर्ष कहलाते हैं। इन्ही दिव्य वर्षों के आधार पर सभी युगों की अवधि भी निर्धारित है। इसके लिहाज से ये गणना इस प्रकार है...
सतयुग- 4800 (दिव्य वर्ष) यानी 17, 28,000 (सौर वर्ष)त्रेतायुग- 3600 (दिव्य वर्ष) यानी 12, 96, 100 (सौर वर्ष)द्वापरयुग- 2400 (दिव्य वर्ष) यानी 8, 64,000 (सौर वर्ष)कलियुग- 1200 (दिव्य वर्ष) यानी 4, 32,000 (सौर वर्ष)
इस लिहाज से देखें तो माना जाता है कि कलियुग के शुरू हुए अभी करीब 6000 साल ही हुए हैं। ऐसे में कलियुग के करीब 4 लाख सालों की अवधि को देखते हुए कहा जा सकता है इसके खत्म होने में अभी काफी समय है।
कलियुग के आखिर वर्षों में आएंगे भगवान विष्णु का होगा कल्कि अवतार
मान्यता है कि पृथ्वी पर जब पाप और आतंक चरम पर होगा तब भगवान विष्णु का कल्कि अवतार होगा। भगवान विष्णु यह अवतार संभल नाम की जगह पर विष्णुयशा नामक व्यक्ति के घर होगा।
सम्भलग्राममुख्यस्य ब्राह्मणस्य महात्मनः।भवने विष्णुयशसः कल्किः प्रादुर्भविष्यति।।
भगवान कल्कि तब अपने देवदत्त घोड़े पर सवार होकर अपनी विशाल तलवार से सभी पापियों का नाश करेंगे। भगवान कल्कि तब केवल तीन दिन में सभी पापियों का नाश कर देंगे। भगवान विष्णु के दसवें अवतार की जो तिथि बताई गई है, उसके अनुसार वे सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को जन्म लेंगे।